आज के सिनेमा में दर्शक स्टारडम नहीं, बल्कि कहानी और कंटेंट से प्रभावित होते हैं-अंशुल गर्ग

Wednesday, Oct 22, 2025-04:50 PM (IST)

मुंबई. एक ऐसी फ़िल्म इंडस्ट्री में, जहाँ अक्सर बड़े नाम और चमकते चेहरे ही सफलता की गारंटी माने जाते हैं, पहली बार निर्माता बने अंशुल गर्ग ने यह साबित कर दिया है कि थिएटर तक दर्शकों को खींचने की असली ताकत स्टारडम नहीं, बल्कि सार है। अपनी पहली फ़िल्म एक दीवाने की दीवानियत की शानदार सफलता और दर्शकों के जबरदस्त प्यार के साथ, गर्ग ने दिखाया है कि विश्वास, कला और कंटेंट किसी भी बड़े सितारे की चमक को मात दे सकता है।

भारतीय स्वतंत्र संगीत जगत को अपनी कंपनियों देसी म्यूजिक फ़ैक्टरी (डीएमएफ) और प्ले डीएमएफ के ज़रिए नई पहचान देने वाले अंशुल गर्ग ने फिल्म निर्माण में भी वही सोच अपनाई जिसने उनके ब्रांड को मजबूत बनाया- मजबूत विचार, नई प्रतिभा, और दिल को छूने वाला संगीत।

मिलाप मिलन जावेरी द्वारा निर्देशित और हर्षवर्धन राणे व सोनम बाजवा अभिनीत यह फिल्म चर्चा का विषय बनी हुई है — किसी बड़े नाम की वजह से नहीं, बल्कि अपनी दिलचस्प कहानी, मनमोहक संगीत और सच्चे अभिनय के कारण।

 

अपने रचनात्मक दृष्टिकोण पर बात करते हुए गर्ग कहते हैं- “आज का दर्शक बेहद समझदार है — आप उसे धोखा नहीं दे सकते। उसे पता है कि क्या सच्चा है और क्या बनावटी। किसी फिल्म को सफल होने के लिए सुपरस्टार की ज़रूरत नहीं होती; उसे ऐसी कहानी चाहिए जो दिल को छू जाए, और ऐसे कलाकार जो उस कहानी को सच्चाई से जी सकें। मैं हमेशा उस कहानी के साथ खड़ा रहूँगा जो मुझे प्रभावित करे, न कि उस नाम के साथ जो बिके।”

अपनी जड़ों से जुड़े अंशुल गर्ग मानते हैं कि संगीत अब भी उनकी कहानी कहने की आत्मा है। वे कहते हैं - “संगीत मेरे खून में है — यही मेरी पहचान है। मेरे लिए किसी फिल्म की धुन उसकी आत्मा जितनी ही अहम है। जब कहानी और संगीत एक साथ बहते हैं, तो जादू अपने आप पैदा होता है।”

एक दीवाने की दीवानियत के साथ अंशुल गर्ग ने नए निर्माताओं के लिए एक नया मानक स्थापित किया है — ऐसा मानक जिसमें कंटेंट, कला और व्यावसायिक समझ का संगम है, बिना पारंपरिक स्टारडम पर निर्भर हुए। उनकी सफलता इस बात का संकेत है कि अब दर्शक ही तय कर रहे हैं कि क्या चलेगा, और निर्माता जैसे अंशुल गर्ग उनकी बात सुन रहे हैं।

एक दीवाने की दीवानियत, मिलाप मिलन जावेरी द्वारा निर्देशित और राघव शर्मा द्वारा सह-निर्मित, इस दिवाली (21 अक्टूबर 2025) रिलीज़ हुई और अपने संगीत, भावनाओं और सच्चाई के लिए दर्शकों के दिलों पर राज कर रही है — यह साबित करते हुए कि सच्ची कहानियाँ जब ईमानदारी से कही जाएँ, तो वे कभी पुरानी नहीं होतीं।


Content Writer

suman prajapati

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