9 साल बाद भी ‘बाजीराव मस्तानी’ का जादू बरकरार: मस्तानी ने आज की नारी को दिया नया रूप!
Wednesday, Dec 18, 2024-03:35 PM (IST)
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित ऐतिहासिक फिल्म बाजीराव मस्तानी आज अपनी 9वीं वर्षगांठ मना रही है। रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा जोनस अभिनीत यह फिल्म भारतीय सिनेमा की एक कालजयी कृति मानी जाती है। बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित होने के साथ-साथ फिल्म ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी खूब प्रशंसा बटोरी।
फिल्म में दीपिका पादुकोण द्वारा निभाया गया मस्तानी का किरदार आज भी लोगों के दिलों पर राज करता है। मस्तानी के रूप में दीपिका ने एक ऐसी बहादुर महिला का चित्रण किया जो अपने प्रेमी बाजीराव के लिए सब कुछ कुर्बान करने को तैयार थी। "दीवानी मस्तानी" और "मोहे रंग दो लाल" जैसे गीतों में दीपिका की अद्भुत नृत्य प्रस्तुति ने इस किरदार को अमर बना दिया।
अपने किरदार मस्तानी के बारे में बात करते हुए दीपिका पादुकोण ने कहा था, मेरा किरदार मस्तानी आज की नारी का प्रतीक है। एक ऐसी महिला जो हर क्षेत्र में निपुण थी, जो बहुआयामी थी। वह एक अद्भुत योद्धा, प्रेमिका, मां और बेटी थी। इस किरदार में कई रंग हैं। वह बाजीराव से इतनी प्रेम करती थी कि उसने उनके लिए कई बलिदान दिए।"
दीपिका ने मस्तानी की गहराई, प्रेम और समर्पण को अपने अभिनय के जरिए बखूबी उकेरा। मस्तानी के रूप में उन्होंने न केवल अपनी खूबसूरती और शौर्य को प्रदर्शित किया बल्कि एक मां के रूप में अपने बच्चे को बचाने के लिए अपनी जान तक दांव पर लगाने वाली महिला की भूमिका को भी जीवंत कर दिया। तलवारबाजी के भावुक दृश्यों में दीपिका का प्रदर्शन अविस्मरणीय है।
"दीवानी मस्तानी" गाने में दीपिका की प्रदर्शन और भव्य सेटिंग्स ने फिल्म को वैश्विक पहचान दिलाई। इस वर्ष, प्रतिष्ठित अकादमी अवॉर्ड्स (ऑस्कर) ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम पेज पर इस गाने का एक क्लिप शेयर किया। दीपिका के नृत्य और फिल्म के संगीत, दृश्य और भव्यता की सराहना करते हुए यह पोस्ट सोशल मीडिया पर छा गई।
बाजीराव मस्तानी को राष्ट्रीय और फिल्मफेयर पुरस्कारों से नवाजा गया। फिल्म को इसके निर्देशन, संगीत, प्रदर्शन और प्रोडक्शन डिज़ाइन के लिए सराहा गया। भव्यता और कहानी कहने की कला के लिए यह फिल्म भारतीय सिनेमा के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुई है।
9 साल बाद भी, मस्तानी के रूप में दीपिका पादुकोण का किरदार भारतीय सिनेमा में स्त्रीत्व और प्रेम की उत्कृष्टता का प्रतीक बना हुआ है।