एक्सेल एंटरटेनमेंट और टाइगर बेबी फिल्म्स ने मनाया ''दिल धड़कने दो'' के 10 साल का जश्न
Thursday, Jun 05, 2025-02:47 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। यह फिल्मी दुनिया की वो कहानी थी जिसमें ग्लैमर के पीछे छुपा हर परिवार का सच्चा चेहरा दिखा। दस साल पहले ज़ोया अख़्तर के निर्देशन में आई एक्सेल एंटरटेनमेंट की डिल धड़कने दो ने इंडियन सिनेमा को एक अनमोल तोहफा दिया था।
ये फैमिली ड्रामा इसलिए खास बन गया क्योंकि इसने एक मॉडर्न परिवार के बीच की उलझनों और जज़्बातों को बिल्कुल रॉ और रियल तरीके से दिखाया। फरहान अख्तर, प्रियंका चोपड़ा, रणवीर सिंह, अनुष्का शर्मा, अनिल कपूर और शेफाली शाह जैसे दमदार कलाकारों की मौजूदगी ने इस कहानी को और भी जानदार बना दिया। और ऊपर से आमिर खान की वॉइसओवर ने पूरी फिल्म को एक दिल छू लेने वाली परत दे दी। डिल धड़कने दो अपने समय में न सिर्फ एंटरटेनिंग थी बल्कि बहुत हद तक रिलेटेबल और इमोशनली सही भी लगी।
दिल धड़कने दो ने फैमिली ड्रामा को दिखाने का नजरिया ही बदल दिया, एक ऐसा तरीका जिसमें ह्यूमर था, लेकिन दिल छूने वाले पल भी उतने ही गहरे थे। एक दशक बीत चुका है, लेकिन इस फिल्म की हर कहानी, हर किरदार आज भी लोगों के दिलों में ज़िंदा है। इस खास मौके पर एक्सेल एंटरटेनमेंट और टाइगर बेबी फिल्म्स ने सोशल मीडिया पर एक बेहद खूबसूरत ट्रिब्यूट शेयर किया, जो इस टाइमलेस क्लासिक के 10 साल पूरे होने का जश्न था।
एक कोलैब पोस्ट शेयर करते हुए एक्सेल एंटरटेनमेंट और टाइगर बेबी फिल्म्स ने लिखा,
"कुछ सफर ज़िंदगी भर के लिए बदल देते हैं! #10YearsofDilDhadakneDo"
फरहान अख्तर ने भी फिल्म के 10 साल पूरे होने पर एक पोस्ट शेयर किया और लिखा,
"10 साल की हंसी, प्यार और पारिवारिक रिश्तों का जश्न। #10YearsOfDilDhadakneDo"
'दिल धड़कने दो' ने एक अमीर लेकिन उलझे हुए परिवार की कई परतों को बड़ी खूबसूरती से दिखाया। इसमें रिश्तों में खटास, दबी हुई भावनाएं और अनकही सच्चाइयों को बेहद ईमानदारी से पर्दे पर उतारा गया। मां-बाप, भाई-बहन और जीवनसाथियों के बीच के जटिल रिश्तों को जिस तरह फिल्म ने पेश किया, वो उस दौर के फैमिली ड्रामा से बिल्कुल अलग और ताज़गी से भरा था। ज़रूरी ज़िंदगी के मैसेज भी इस तरह पेश किए गए कि दर्शकों को सोचने का मौका मिला, और फिर भी फिल्म पूरी तरह से एंटरटेनिंग बनी रही।
'दिल धड़कने दो' में विक्रांत मैसी, राहुल बोस, मनोज पाहवा जैसे शानदार कलाकारों ने भी अपनी मौजूदगी से कहानी को और मज़बूती दी। जंगल पिक्चर्स और एक्सेल एंटरटेनमेंट द्वारा प्रस्तुत, ज़ोया अख्तर के निर्देशन में बनी और ज़ोया अख्तर व रीमा कागती द्वारा लिखी गई ये फिल्म आज भी लाखों दिलों में खास जगह बनाए हुए है। एक दशक बाद भी इसकी कहानी, किरदार और एहसास लोगों के साथ गहराई से जुड़े हुए हैं।