''जिस मुल्क का खाया, उसका बुरा नहीं मांगना चाहिए..गुरु रंधावा ने बिना नाम लिए दिलजीत पर साधा निशाना! दे डाली ऐसी नसीहत
Thursday, Jun 26, 2025-05:20 PM (IST)

मुंबई. पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपनी फिल्म ‘सरदार जी 3’ को लेकर विवादों में घिरे हुए हैं। इस फिल्म में दिलजीत के साथ पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर की मौजूदगी को लेकर खूब विवाद हो रहा है। पाकिस्तान से जुड़ी एक्ट्रेस को फिल्म में लेने के कारण यह फिल्म भारत में रिलीज नहीं हो रही है और इसी बात को लेकर सोशल मीडिया पर दिलजीत की कड़ी आलोचना हो रही है। इसी बीच अब पंजाबी सिंगर गुरु रंधावा ने बिना किसी का नाम लिए एक पोस्ट किया है, जिसे देखकर ऐसा माना जा रहा है कि उन्होंने ये पोस्ट दिलजीत दोसांझ पर तंज कसते हुए किया है।
गुरु रंधावा ने अपने X हैंडल पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने बिना किसी का नाम लिए अपने विचार रखे। उन्होंने पंजाबी भाषा में लिखा: “कितने भी परदेसी हो जाएं, अपने देश को नहीं बांटना चाहिए। जिस मुल्क का खाते हैं, उसका बुरा नहीं मांगना चाहिए। अगर आपकी सिटीजनशिप इंडियन नहीं है, फिर भी आप यहीं पैदा हुए हो, ये याद रखना चाहिए। इस देश ने कई महान कलाकार दिए हैं, हमें उस पर गर्व होना चाहिए। कृपया उस जमीन का सम्मान करो जहां आप पैदा हुए हो। PR आर्टिस्ट से बड़ा कुछ नहीं होता। एक विनम्र सलाह है – फिर से विवाद मत छेड़ो और भारतियों को भ्रमित मत करो।”
Lakh pardesi hoyieee
— Guru Randhawa (@GuruOfficial) June 26, 2025
Apna desh nhi bhandi daa
Jehre mulk da khayie
us da bura nhi mangi da
Even if now your citizenship is not indian but you were born here pls remember this.
This country made great artists and we all are proud of it.
Pls be proud of where you were born.…
भले ही गुरु ने इस ट्वीट में किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन यूजर्स इसे पढ़कर तुरंत समझ गए कि ये टिप्पणी किसके लिए की गई है।
फिल्म को लेकर बवाल क्यों?
फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार की मौजूदगी ही इस बवाल का बड़ा कारण है। फिल्म में हानिया आमिर की भूमिका को लेकर भारत में विरोध हो रहा है क्योंकि पाकिस्तान से आने वाले कलाकारों पर यहां अनौपचारिक बैन लगा हुआ है। ऐसे में अब यह फिल्म केवल विदेशों में रिलीज़ की जा रही है, जिससे यह आरोप भी लग रहे हैं कि फिल्म को जानबूझकर भारत से दूर रखा जा रहा है ताकि यहां की भावनाओं को नजरअंदाज़ किया जा सके।