नहीं रहे ''पद्मश्री'' सहाय पांडे, कमर में मृदंग और पैरों में घुंघरू बांध जापान-फ्रांस तक को नचाया
Tuesday, Apr 08, 2025-02:23 PM (IST)

मुंबई: मनोरंजन जगत से एक और दिल तोड़ देने वाली खबर सामने आई है। खबर है कि फेमस राई नर्तक पद्मश्री रामसहाय पांडे का 97 साल की उम्र में निधन हो गया है। पिछले कई दिनों से वह बीमार चल रहे थे लंबे समय से उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था।रामसहाय पांडे ने 12 साल की छोटी उम्र से ही राई नृत्य करना शुरू कर दिया था। बुंदेलखंड को पिछड़ा इलाका माना जाता था। शुरुआत में इस नृत्य को ज्यादा पहचान नहीं मिली लेकिन रामसहाय पांडे ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी मेहनत से राई नृत्य को पूरी दुनिया में पहुंचाया।
रामसहाय पांडे कद में छोटे थे, लेकिन राई नृत्य में उनका कोई मुकाबला नहीं था। जब वे कमर में मृदंग बांधकर नाचते थे, तो लोग हैरान रह जाते थे। उन्होंने जापान, हंगरी, फ्रांस, मॉरिसस जैसे कई बड़े देशों में राई नृत्य का प्रदर्शन किया।
राम सहाय पांडे ने मृदंग की लय पर प्रस्तुत होने वाले पारंपरिक राई लोकनृत्य को नई पहचान दिलाई। करीब 60 सालों तक उन्होंने इस डांस को सहेजा, संवारा और लोगों तक पहुंचाया। उनके योगदान से राई बुंदेलखंड के गांवों से निकलकर देश-दुनिया में पहचानी जाने लगी। साल 2022 में उन्हें राई नृत्य में योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। सरकार ने उनके योगदान के लिएउन्हें देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्मश्री’ दिया। इससे पहले भी उन्हें कई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पुरस्कारों से नवाजा जा चुका था।