अगर संजय दत्त मुंह खोल देते तो बच जाती सैकड़ों की जान... सालों बाद 1993 मुंबई ब्लास्ट पर उज्ज्वल निकम के दावे से हड़कंप

Tuesday, Jul 15, 2025-04:02 PM (IST)

मुंबई: साल 1993 में मुंबई में हुए सीरियल बम धमाकों को लेकर राज्यसभा के लिए नामित वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम ऐसा बयान सामने आया जिससे नया विवाद खड़ा हो गया है। उज्ज्वल निकम ने दावा किया है कि अगर बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने समय रहते ब्लास्ट के बारे में पुलिस को सूचना दी होती तो इन धमाकों में 257 लोगों की मौत और सैकड़ों के घायल होने की घटना टल जाती। निकम के इस चौंकाने वाले बयान ने न केवल कानूनी और राजनीतिक दलों में हलचल मचा दी है। इतना ही नहीं संजय दत्त के प्रशंसकों और जनता के बीच भी इसे लेकर बवाल मच गया है।

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एक वेबपोर्टल को दिए इंटरव्यू में निकम ने 26/11 हमले और अन्य बड़े मामलों में अपनी पैरवी को भी याद किया। निकम 1993 के मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट मामले में विशेष सरकारी वकील थे। उन्होंने कहा-'अबू सलेम बम ब्लास्ट से एक दिन पहले संजय दत्त के घर पर हथियारों से लदी हुई वैन लाया था।

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एक्टर ने उसमें कुछ हैंड ग्रेनेड और बंदूकें उठा ली थीं हालांकि उन्होंने सिर्फ एके-47 बंदूक अपने पास रखी थी और बाकी सब लौटा दिया था। अगर संजय दत्त ने पुलिस को उस हथियार से लदी वैन के बारे में सूचना दे दी होती तो पुलिस जांच करती और मुंबई में 12 मार्च 1993 को हुए बम ब्लास्ट को रोका जा सकता था। पुलिस को इंफॉर्म न करना ही इतने बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने का कारण बना। एक्टर की खामोशी की वजह से कई जानें चली गईं थीं।'


इंटरव्यू के दौरान ये भी बताया कि जब संजय दत्त को आर्म्स एक्ट के तहत दोषी ठहराया गया था तब उन्होंने उनसे क्या कहा था। निकम ने बताया, "मैंने उनके हाव-भाव बदलते देखे।मुझे लगा कि वह सदमे में हैं। वह फैसला बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे और उनका चेहरा हिल गया था।मैंने विटनेस बॉक्स में खड़े संजय दत्त से कहा था 'संजय ऐसा मत करो। मीडिया तुम्हें देख रहा है। तुम एक एक्टर हो। अगर तुम सजा से डरे हुए लगोगे, तो लोग तुम्हें दोषी मान लेंगे। तुम्हारे पास अपील करने का मौका है।' जवाब में दत्त ने "जी सर, जी सर" कहा था और इसके बाद वे चुप हो गए थे और चले गए थे।'

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निकम ने संजय दत्त को बताया निर्दोष

निकम ने ये भी दावा किया कि संजय दत्त निर्दोष हैं। उन्होंने बंदूक सिर्फ़ इसलिए रखी क्योंकि उन्हें हथियारों का शौक था हालाँकि कानून की नज़र में उन्होंने अपराध किया। असल में वे एक सीधे-सादे इंसान हैं। संजय के पास एके-47 थी लेकिन उन्होंने कभी उसका इस्तेमाल नहीं किया।

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बता दें कि संजय दत्त को टाडा के तहत अवैध हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था हालांकि, बाद में उन्हें केवल शस्त्र अधिनियम के तहत दोषी ठहराया गया और पांच साल की जेल की सज़ा हुई। एक्टर ने यह सजा पुणे की यरवदा जेल में पूरी की थी।उन्हें 2016 में रिहा कर दिया गया था।'


Content Writer

Smita Sharma

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