इंटरनेशनल म्यूजिक डे पर आयुष्मान खुराना ने म्यूजिक पर कहा कुछ ऐसा

Tuesday, Oct 01, 2024-03:32 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। बॉलीवुड के सुपरस्टार और चार्टबस्टर गायक आयुष्मान खुराना अपनी बहुमुखी प्रतिभा और हर रचनात्मक प्रोजेक्ट में अपने खास "आयुष्मान स्टाइल" के लिए मशहूर हैं। चाहे उनकी फिल्मों का चयन हो या म्यूजिक, आयुष्मान हमेशा साधारण से आगे बढ़कर ऐसा कुछ रचने की कोशिश करते हैं, जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बन जाए। उनकी संगीत यात्रा को प्रशंसकों ने खूब पसंद किया है, जिसमें उनकी आत्मीय धुनें, दिल को छू लेने वाले बोल और जोशीले बीट्स शामिल हैं।

हाल ही में उनके हिट गाने 'अख दा तारा', 'रह जा' और नया गाना 'जचदी', जिसमें पहली बार पंजाबी और गरबा बीट्स का अद्भुत संगम देखने को मिला, उन्हें वैश्विक पहचान दिला रहे हैं। इंटरनेशन म्यूजिक डे के मौके पर आयुष्मान ने अपने संगीत निर्माण की प्रक्रिया और भविष्य की योजनाओं पर अपने विचार साझा किए।

अपने म्यूजिक के प्रति अपने दृष्टिकोण पर बात करते हुए आयुष्मान खुराना ने कहा, _"मेरी फिल्मों की तरह, मेरा म्यूजिक भी किसी फार्मूले का पालन नहीं करता। मैं एक कलाकार के रूप में बंधकर काम नहीं करता और कभी करना भी नहीं चाहूंगा। मैंने हमेशा अपने म्यूजिक के जरिए अपनी रचनात्मक अभिव्यक्ति को सच्चाई से प्रस्तुत करने की कोशिश की है, और मुझे खुशी है कि लोगों ने इसे स्वीकारा और मुझ पर इतना प्यार बरसाया।

इसलिए, जब भी मैं म्यूजिक बनाता हूं, वह अलग, नया और विविधता से भरा होता है। मेरे लिए यह रोमांचक है कि हर बार कुछ नया रचूं और वह न करूं जो बाकी सभी कर रहे हैं, किसी ट्रेंड का पीछा करने के जाल में न फंसूं। अगर संभव हो, तो मैं खुद एक नया ट्रेंड सेट करना चाहूंगा। मेरी फिल्में और मेरा म्यूजिक हमेशा इस विश्वास को दर्शाएंगे, जो मैं अपने लिए रखता हूं।"

अपने नए गाने 'जचदी' के बारे में बात करते हुए आयुष्मान ने कहा, _"म्यूजिक हमेशा मेरे जीवन के उतार-चढ़ावों में मेरा साथी रहा है। यह वह है जिससे मैं हर दिन जीता हूं। मेरा नया गाना 'जचदी' इस बात का एक बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे मैंने अपनी सहजता की सीमाओं से बाहर जाकर कुछ नया किया है – पंजाबी धुनों को गरबा बीट्स के साथ मिलाकर। भविष्य में भी, मैं अपने म्यूजिक और फिल्मों में अलग-अलग प्रयोग करता रहूंगा।

ढोल बीट्स के साथ ऊर्जावान पॉप पंजाबी बीट्स इस त्योहार के मौसम की सच्ची भावना को बखूबी उभारते हैं और मुझे उम्मीद है कि लोग इस नवरात्रि सीजन में इस पर झूमेंगे। मुझे फिल्मों और संगीत के लिए जो प्यार मिला है, उसके लिए मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं और मैं अपने रचनात्मक प्रयासों में निरंतर समर्थन के लिए आप सभी का धन्यवाद।"

Saurce: Navodaya Times


Content Editor

Jyotsna Rawat

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