''पुष्पा 2'' Hyderabad Stampede में बड़ा अपडेट, अल्लू अर्जुन के बाद थिएटर को मिला नोटिस
Wednesday, Dec 18, 2024-12:37 PM (IST)
बाॅलीवुड तड़का : हैदराबाद के संध्या 70mm थिएटर में 4 दिसंबर को फिल्म पुष्पा 2 के प्रीमियर के दौरान हुई भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई थी और एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस मामले में अब हैदराबाद सिटी पुलिस ने थिएटर के मैनेजमेंट को नोटिस जारी किया है। पुलिस ने नोटिस में थिएटर की खामियों की जानकारी दी है और 10 दिनों के भीतर इन खामियों का कारण बताने को कहा है। पुलिस का मानना है कि इन खामियों के कारण भगदड़ मची, जिससे यह दुखद घटना घटी।
पुलिस ने 10 दिन में जवाब देने को कहा
पुलिस द्वारा भेजे गए इस नोटिस में कहा गया है कि थिएटर मैनेजमेंट को 10 दिनों के भीतर यह स्पष्ट करना होगा कि क्यों न उनके थिएटर का लाइसेंस रद्द कर दिया जाए। यह नोटिस उसी दिन भेजा गया जब सिटी पुलिस कमिश्नर सी. वी. आनंद और स्वास्थ्य सचिव क्रिस्टीना जेड चोंगथु ने सिकंदराबाद के एक अस्पताल में घायल बच्चे से मुलाकात की थी।
बच्चे की हालत गंभीर
अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, नौ साल का बच्चा अभी भी ICU में है और वेंटिलेटर पर है। उसका न्यूरोलॉजिकल फंक्शन प्रभावित हुआ है और उसके दिमाग को काफी नुकसान पहुंचा है, जिसके कारण वह कोमा में आ-जा रहा है। कमिश्नर ने कहा कि सरकार बच्चे के इलाज का पूरा खर्च उठाएगी, लेकिन बच्चे को ठीक होने में लंबा समय लग सकता है।
भगदड़ की वजह
पुलिस के अनुसार, संध्या थिएटर में भगदड़ उस समय मची जब सैकड़ों लोग फिल्म अभिनेता अल्लू अर्जुन की झलक पाने के लिए थिएटर के गेट की ओर दौड़ने लगे। अल्लू अर्जुन अपनी फिल्म पुष्पा 2 के प्रीमियर के लिए थिएटर में पहुंचे थे। लोग उनकी एक झलक पाने के लिए इतनी भीड़ में जुटे कि अफरा-तफरी मच गई और भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई।
थिएटर को भेजा गया नोटिस
पुलिस ने अपने नोटिस में बताया कि संध्या थिएटर में कई खामियां थीं। सबसे बड़ी खामी यह थी कि थिएटर ने पुलिस को यह नहीं बताया था कि अल्लू अर्जुन और अन्य कलाकार उस रात थिएटर में आएंगे। नोटिस में यह भी कहा गया है कि जब अर्जुन के आने के बाद भगदड़ मची, तब बड़ी संख्या में लोग थिएटर की निचली बालकनी में घुस गए, जिससे भगदड़ और ज्यादा बढ़ी। इस दौरान 39 साल की एम रेवती की मौत हो गई और उनका नौ वर्षीय बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया।
इसके अलावा, पुलिस ने यह भी आरोप लगाया कि थिएटर में एंट्री और एग्जिट के लिए सही सिंबल (संचालन संकेत) नहीं थे, जो कि सुरक्षा के लिहाज से जरूरी थे। साथ ही, थिएटर के बाहर बिना अनुमति के बड़े फ्लेक्स बोर्ड भी लगाए गए थे, जिससे दर्शकों की भीड़ बढ़ी और अफरा-तफरी मच गई।