''KBC 16'' : अमिताभ बच्चन ने शेयर किया जवानी का किस्सा, बताया कैसे पिता की सलाह पर छोड़ी थी गंदी आदत

Tuesday, Nov 26, 2024-03:10 PM (IST)

बाॅलीवुड तड़का : अमिताभ बच्चन को सिर्फ उनके अभिनय के लिए ही नहीं, बल्कि उनके व्यक्तित्व के लिए भी सराहा जाता है।  इन दिनों अमिताभ बच्चन "कौन बनेगा करोड़पति 16" को होस्ट कर रहे हैं, और शो में वह अक्सर कंटेस्टेंट्स से जुड़े दिलचस्प किस्से और अपनी जिंदगी से जुड़ी बातें साझा करते हैं। हाल ही में एक एपिसोड के दौरान, बिग बी ने एक बेहद दिलचस्प किस्सा साझा किया, जिसमें उन्होंने अपने जीवन की एक गंदी आदत के बारे में बताया, जिसे उन्होंने अपने पिता की सलाह पर छोड़ दिया था। 

अमिताभ को पड़ गई थी गंदी आदत

अमिताभ बच्चन ने शो में एक कंटेस्टेंट से एक सवाल पूछा था: "इनमें से कौन सा नाम मुंबई के रेलवे स्टेशन और एक रेसकोर्स का भी है?" इसके चार विकल्प थे -

A. गोरेगांव
B. परेल
C. महालक्ष्मी
D. दादर

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by Sony Entertainment Television (@sonytvofficial)

सही उत्तर था "महालक्ष्मी"। इसके बाद अमिताभ ने कंटेस्टेंट से एक सवाल और किया, "क्या आप कभी रेसकोर्स गए हैं?" कंटेस्टेंट ने कहा नहीं, तो अमिताभ ने कहा, "अच्छा है, वरना इसकी लत पड़ जाती है।" फिर उन्होंने अपनी एक पुरानी आदत के बारे में बताया।

कौन सी थी वो गंदी आदत

अमिताभ बच्चन ने कहा कि जब वह युवा थे और कोलकाता में काम कर रहे थे, तो उनकी सैलरी बहुत कम थी - केवल 300-400 रुपये। इस समय वह अतिरिक्त पैसे कमाने के लिए रेसकोर्स जाते थे, जहां वह सट्टा खेलते थे। अमिताभ ने कहा कि यह उनकी आदत बन गई थी, और वह हर बार अपने माता-पिता के साथ अपनी समस्याएं और अनुभव शेयर करते थे।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by Sony Entertainment Television (@sonytvofficial)

एक दिन, उनके पिता हरिवंश राय बच्चन ने उन्हें एक चिट्ठी लिखी। उस चिट्ठी में उन्होंने लिखा था, "पैसा वही कमाना चाहिए, जिसे कमाने में खून-पसीना बहा हो।" अमिताभ ने कहा कि इस चिट्ठी को पढ़ने के बाद उन्होंने समझा कि उनके पिता क्या कहना चाहते हैं। यह उनके जीवन का एक अहम मोड़ था। अमिताभ ने अपनी इस आदत को छोड़ दिया और जीवन में एक नई दिशा अपनाई।

अमिताभ बच्चन ने बताया कि यह वह समय था जब उन्होंने अपने जीवन में एक सच्ची मेहनत से पैसे कमाने की महत्वता को समझा। इसके बाद उन्होंने कभी भी सट्टा नहीं खेला और न ही रेसकोर्स जाना जारी रखा। यह बदलाव उनके पिता की दी हुई शिक्षा के कारण आया।

 


News Editor

Rahul Rana

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News