ममता बनर्जी ने 'केसरी चैप्टर 2' की आलोचना, कहा– खुदीराम बोस का अपमान सहन नहीं
Monday, Aug 11, 2025-02:56 PM (IST)

मुंबई. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर हिंदी फिल्म 'केसरी चैप्टर 2' की आलोचना की है। उन्होंने फिल्म पर क्रांतिकारी खुदीराम बोस को गलत तरीके से दिखाने का आरोप लगाया है। यह विवाद पहले भी उठा था, लेकिन हाल ही में खुदीराम बोस की पुण्यतिथि के मौके पर ममता बनर्जी ने इस मुद्दे को फिर उठाया।
खुदीराम बोस को 'सिंह' बताने पर मचा विवाद
फिल्म में खुदीराम बोस का नाम बदलकर 'खुदीराम सिंह' बताया गया है। इसके अलावा उन्हें पंजाब के क्रांतिकारी के रूप में दिखाया गया है, जबकि खुदीराम बोस बंगाल के एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे। इस बात पर ममता बनर्जी ने नाराज़गी जताई और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी बात रखी।
ममता बनर्जी ने लिखा- हाल ही में एक हिंदी फिल्म में क्रांतिकारी खुदीराम को 'सिंह' कहा गया था। आजादी के लिए अपनी जान देने वालों का अपमान क्यों किया जा रहा है? मिदनापुर के हमारे अदम्य किशोर को पंजाब के सपूत के रूप में दिखाया गया है। यह असहनीय है। हमें खुदीराम बोस पर गर्व है। बंगाल के क्रांतिकारियों को गलत तरीके से दिखाना इतिहास से छेड़छाड़ है, जो कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
खुदीराम बोस कौन थे?
खुदीराम बोस भारत के सबसे कम उम्र के स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। उनका जन्म पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले के महाबनी गांव में हुआ था। 1908 में उनकी उम्र सिर्फ 18 साल थी। उन्हें मुजफ्फरपुर बम कांड के लिए अंग्रेजों ने फांसी दे दी थी। उन्हें देश के लिए अपनी जान देने वाला अदम्य साहसी युवा माना जाता है।
राज्य सरकार ने खुदीराम बोस का किया सम्मान
ममता बनर्जी ने बताया कि राज्य सरकार ने खुदीराम बोस को हमेशा सम्मान दिया है। उनके जन्मस्थान महाबनी में विकास कार्य कराए गए।खुदीराम बोस की प्रतिमा स्थापित की।