काश वे यहां होते..पंकज उधास को पद्म भूषण सम्मान मिलने पर भावुक हुईं बेटियां, पत्नी बोलीं- यह हमारे लिए गर्व की बात

Monday, Jan 27, 2025-04:53 PM (IST)

मुंबई. भारत के प्रसिद्ध गज़ल गायक पंकज उधास को पद्म भूषण पुरस्कार मिलने के बाद उनके परिवार ने खुशी और आभार का व्यक्त किया है। पंकज उधास का निधन 26 फरवरी 2024 को हुआ था और उनके मरणोपरांत उन्हें पद्म भूषण सम्मान मिला है। इस पुरस्कार की घोषणा के बाद पंकज की पत्नी और बेटियों ने अपनी खुशी जाहिर की है।

 

पंकज उधास की पत्नी फरीदा उधास ने इस सम्मान पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, "यह हमारे लिए गर्व की बात है, लेकिन हम बेहद दुखी भी हैं क्योंकि वह हमारे बीच नहीं हैं।"

 

उनकी बेटी रीवा उधास ने कहा कि यह सम्मान उनके पिता के लिए बहुत मायने रखता, और उन्होंने सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा, "हम सोचते हैं कि काश वे यहां होते। वे इससे बहुत खुश होते। वे हमेशा भारत के लिए समर्पित रहे हैं, और उनके संगीत से आज पूरा देश जुड़ा हुआ है।"

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पंकज उधास की बड़ी बेटी नायाब उधास भी इस मौके पर भावुक हो गईं। उन्होंने कहा, "आज हमारे पास कुछ अच्छी यादें हैं और कुछ बुरी। हम उन पर गर्व महसूस करते हैं। वे आज यहां नहीं हैं, लेकिन मैं उन सभी का धन्यवाद करती हूं जो उनके काम को समझते हैं।"

बता दें, पंकज उधास को उनकी गज़लों, जैसे 'आहत गज़ल', 'चिट्ठी आई है', 'चांदनी रात में', 'ना कजरे की धार' और 'थोड़ी थोड़ी पिया करो' के लिए जाना जाता है। उनके संगीत ने न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी अपार लोकप्रियता प्राप्त की थी।

  


Content Writer

suman prajapati

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