4 जून को प्राइम वीडियो दुनियाभर में करेगा हिंदी ओरिजिनल क्राइम थ्रिलर ''स्टोलन'' का प्रीमियर
Monday, May 26, 2025-02:30 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारत के सबसे पसंदीदा एंटरटेनमेंट डेस्टिनेशन, प्राइम वीडियो ने आज घोषणा की कि उसकी नई हिंदी ओरिजिनल इन्वेस्टिगेटिव क्राइम थ्रिलर फिल्म, स्टोलन का एक्सक्लूसिव ग्लोबल प्रीमियर 4 जून को होगा। एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर्स - अनुराग कश्यप, किरण राव, निखिल आडवाणी और विक्रमादित्य मोटवानी की एक प्रशंसित टीम द्वारा समर्थित - स्टोलन करण तेजपाल की निर्देशन में बनी पहली फिल्म है और जंगल बुक स्टूडियो के लिए गौरव ढींगरा द्वारा निर्मित की गई है। फिल्म की कहानी करण तेजपाल ने स्वप्निल सालकार - अगड़बम और गौरव ढींगरा के साथ मिलकर लिखी है। कहानी दो आधुनिक सोच वाले भाइयों की है जो ग्रामीण भारत के एक रेलवे स्टेशन पर एक गरीब मां के बच्चे का अपहरण होते हुए देखते हैं। नैतिक जिम्मेदारी से प्रेरित होकर, एक भाई दूसरे को इस मां की मदद करने और बच्चे को ढूंढने की इस जोखिम भरी खोज में साथ देने के लिए मना लेता है। इस दमदार कहानी को अभिषेक बनर्जी, हरीश खन्ना, मिया मैल्जर, साहिदुर्रहमान और शुभम जैसे प्रमुख कलाकारों द्वारा जीवंत किया गया है, स्टोलन का प्रीमियर 4 जून को प्राइम वीडियो पर भारत में और दुनिया भर के 240 से अधिक देशों और क्षेत्रों में किया जाएगा।
वेनिस फिल्म फेस्टिवल में दमदार डेब्यू के साथ स्टोलन ने जबरदस्त शुरुआत की, जहां इसे स्टैंडिंग ओवेशन मिला, इसके बाद फिल्म ने दुनियाभर के कई फिल्म फेस्टिवल्स में शानदार सफर तय किया और खूब सराहना और पुरस्कार हासिल किए। बीजिंग इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में इसे सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ सिनेमेटोग्राफी और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला। जापान के स्किप सिटी इंटरनेशनल डी-सिनेमा फेस्टिवल में इसे सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार मिला। ज्यूरिख फिल्म फेस्टिवल ने भी स्टोलन को विशेष उल्लेख से सम्मानित किया, जिससे वैश्विक मंच पर इसकी प्रतिष्ठा और मजबूत हुई। भारत में, इस फिल्म का प्रीमियर जियो मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल में हुआ और बाद में इसे 28वें केरल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखाया गया।
प्राइम वीडियो इंडिया के निदेशक और कंटेंट लाइसेंसिंग प्रमुख मनीष मेंघानी ने कहा, "स्टोलन प्राइम वीडियो की उस प्रतिबद्धता का उदाहरण है, जिसमें हम बेबाक और अर्थपूर्ण कहानियों को आगे लाने में विश्वास रखते हैं। यह थ्रिलर सिर्फ़ मनोरंजक नहीं है, बल्कि समाज को एक आईना दिखाती है—न्याय, ट्रॉमा और मानवीय लचीलेपन के शक्तिशाली विषयों पर प्रकाश डालती है। फिल्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित फिल्म महोत्सवों में जो मान्यता मिली है, और साथ ही हमारे चर्चित एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर्स, अनुराग कश्यप, किरण राव, निखिल आडवाणी और विक्रमादित्य मोटवानी का जो समर्थन रहा है, वह हमारी इस सोच को और मज़बूती देता है कि हमें विशिष्ट आवाज़ों को समर्थन देना चाहिए। हमें निर्माता गौरव ढींगरा और डेब्यू डायरेक्टर करण तेजपाल की इस प्रभावशाली कहानी को वैश्विक दर्शकों के सामने पेश करने पर गर्व है, जो सम्मोहक, विचारोत्तेजक सिनेमा के गंतव्य के रूप में प्राइम वीडियो की स्थिति को और मजबूत करता है।"
एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर अनुराग कश्यप ने कहा, "जो सिनेमा मजबूत, निडर, अथक और भावनात्मक रूप से बेहद सच्चा होता है, ऐसा सिनेमा पहले ही फ्रेम से अपनी ओर खींच लेता है और अंत तक नहीं छोड़ता,स्टोलन ने मेरे साथ ठीक यही किया। इस फिल्म की जो बात मुझे सबसे ज़्यादा पसंद है, वह है इसका परंपराओं में ढलने से इनकार करना। मेरे लिए सिनेमा को बेखौफ़ होना चाहिए, और करण तेजपाल ने एक ऐसी फिल्म बनाई है जो उस भावना को पूरी तरह से दर्शाती है। मुझे खुशी है कि इसे प्राइम वीडियो जैसा मंच मिला है, और अब पूरी दुनिया इस जबरदस्त थ्रिलर को देख सकेगी। यह एक ऐसी फिल्म है जो आपको चुनौती देती है, एक फिल्ममेकर के तौर पर ईर्ष्यालु भी बनाती है और उस समय प्रेरित भी करती है जब आप देशी सिनेमा से उम्मीद की कोई किरण ढूंढ रहे होते हैं | ऐसे सिनेमा को हमेशा समर्थन मिलना चाहिए। स्टोलन ने मेरे साथ ये सब किया और मैं इसका हिस्सा बनकर गर्व महसूस करता हूं।”
फिल्म के बारे में बात करते हुए, एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर किरण राव ने कहा, "स्टोलन एक ऐसी असाधारण फिल्म है जो रोमांचक कहानी की कसावट को गहरे मानवीय भावनाओं के साथ जोड़ती है। फिल्म देखने के बाद भी झुम्पा का किरदार मेरे साथ लंबे समय तक रहा —उसकी नाजुकता और संघर्षशीलता इस बात की याद दिलाती है कि ताकत सबसे अनपेक्षित जगहों पर भी होती है। यह उस खास तरह की फिल्म है जो दर्शकों को हर फ्रेम के साथ और भी अधिक आकर्षित करती है और मन मोह लेती है। इस प्रभावशाली फिल्म को प्राइम वीडियो पर लाना मेरे लिए बहुत ही खुशी की बात है, और मैं इसे समर्थन देने के लिए खुद को सौभाग्यशाली महसूस करती हूँ।"
एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर निखिल आडवाणी ने कहा, "मैं हमेशा उन कहानियों की ओर आकर्षित होता हूँ जो पारंपरिक ढांचे को तोड़ती हैं और बातचीत को जन्म देती हैं — स्टोलन ठीक ऐसा ही करती है। इसकी कहानी जहां एक ओर तनावपूर्ण और रोमांचक है, वहीं दूसरी ओर इसमें गहरे भावनात्मक पहलू भी मौजूद हैं। प्राइम वीडियो के साथ मेरा सहयोग हमेशा ही दर्शकों तक दमदार कहानियाँ पहुँचाने का रहा है, और इस रोमांचकारी फिल्म के साथ उस सफर को आगे बढ़ाते हुए मुझे बेहद खुशी हो रही है।”
"स्टोलन की खूबी इस बात में है कि ये रहस्य को दिल से पेश करता है — कहानी तेज़ रफ्तार है, लेकिन अपनी भावनात्मक गहराई कभी नहीं छोड़ती," एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर विक्रमादित्य मोटवानी ने कहा। "इस फिल्म की जो बात मुझे सबसे पहले आकर्षित कर गई, वो थी इसकी बेहद पैनी और सधी हुई कहानी, हर एक पल में सोच है, हर एक मोड़ का एक मकसद है। मुझे गर्व है कि मैं स्टोलन जैसे प्रोजेक्ट का हिस्सा हूं — एक ऐसा प्रोजेक्ट जो बेबाक है, जरूरी है, और पूरी तरह से बांध लेने वाला है। करन, गौरव और स्वप्निल सालकार - अगड़बम ने मिलकर वाकई कुछ बहुत खास रचा है, जिसे एक बेहतरीन कलाकारों की टीम ने जीवंत कर दिया है। मुझे खुशी है कि स्टोलन अब प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम होगा, और ये कहानी दुनियाभर के दर्शकों तक पहुंचेगी।"
स्टोलन के निर्माता और लेखक गौरव ढींगरा ने कहा, "स्टोलन एक सशक्त और गहराई से जुड़ी भावनाओं से भरपूर थ्रिलर है — एक मानवीय कहानी जो तनाव और सस्पेंस के आवरण में लिपटी है। लेखक और निर्माता दोनों की भूमिका में इस कहानी को गढ़ना और फिर इसे दुनिया भर के फिल्म समारोहों में इतनी गहराई से लोगों से जुड़ते देखना, मेरे लिए बेहद भावुक और खास अनुभव रहा है। जंगल बुक स्टूडियो की शुरुआत से ही कोशिश रही है कि ऐसी फिल्मों का निर्माण किया जाए जो दुनियाभर के दर्शकों के दिल को छू जाएं, उन्हें भावुक करें और प्रेरित करें। करण तेजपाल की निर्देशन में यह पहली फिल्म है, लेकिन उनकी सिनेमाई भाषा एकदम अलग और प्रभावशाली है, और हमारी शानदार कास्ट ने हर फ्रेम में गहराई और प्रामाणिकता लेकर आए हैं। हमारे दूरदर्शी एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर्स - अनुराग कश्यप, किरण राव, निखिल आडवाणी और विक्रमादित्य मोटवानी - के समर्थन और प्राइम वीडियो के साथ हमारी साझेदारी से, हम अपनी रचनात्मक दृष्टिकोण को साकार कर सके हैं और इस कहानी को दुनियाभर के दर्शकों तक पहुंचा पाए हैं।”