बॉलीवुड वर्सेज साउथ के विषय पर बोले आर. माधवन- ''तेलुगु फिल्म जमीन से जुड़ी रहती हैं''
Monday, Jan 20, 2025-03:39 PM (IST)
मुंबई. फिल्म इंडस्ट्री में बॉलीवुड वर्सेज साउथ का मुद्दा अक्सर चर्चा में रहता है। अब तक कई सेलेब्स इस मुद्दे पर अपनी राय देकर सुर्खियों में आ चुके हैं। वहीं, अब हाल ही में एक्टर आर. माधवन ने इस पर अपने विचार रखे हैं। माधवन ने खास तौर पर हिंदी, तेलुगु और मलयालम फिल्म इंडस्ट्री का जिक्र करते हुए कहा कि साउथ फिल्म इंडस्ट्री अपनी जड़ों से जुड़ी हुई है, जबकि बॉलीवुड अब ज्यादा विशिष्ट और 'ऐलीट' हो गया है।
आर. माधवन ने अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए एसएस राजामौली की फिल्मों का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, "बॉलीवुड अब बहुत विशिष्ट हो गया है, लेकिन तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री अब भी अपनी जड़ों से जुड़ी हुई है। इन फिल्मों में भारतीय छोटे शहरों की संस्कृति और परंपराओं की झलक साफ नजर आती है।"
उन्होंने कहा कि एसएस राजामौली की हाई बजट फिल्मों जैसे बाहुबली, आरआरआर और पुष्पा में बहुत पैसा खर्च किया जाता है, लेकिन इन फिल्मों में भारतीय इतिहास और संस्कृति की गहरी समझ भी दिखती है।
माधवन ने आगे कहा, "तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में छोटी जगहों और छोटे शहरों की कहानियां अच्छे तरीके से दर्शायी जाती हैं। इन फिल्मों में परंपराओं की गहरी समझ होती है और ये फिल्में जमीन से जुड़ी रहती हैं। इनकी कहानियां इतनी मजबूती से बुनी जाती हैं कि दर्शक इनसे पूरी तरह जुड़ पाते हैं।"
इसके बाद आर. माधवन ने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में मलयालम सिनेमा बहुत आगे बढ़ा है और अब बिना बड़े बजट के भी शानदार कंटेंट और किरदारों पर फोकस करने के कारण यह इंडस्ट्री दर्शकों का ध्यान खींचने में सफल हो रही है। मलयालम फिल्म इंडस्ट्री अब कम बजट वाली फिल्मों में भी बेहतरीन कंटेंट और किरदारों के दम पर दर्शकों को आकर्षित कर रही है।"
तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री का जिक्र करते हुए आर. माधवन ने कहा कि कभी-कभी बड़े बजट वाली फिल्में भी फ्लॉप हो जाती हैं, जो एक कड़वी सच्चाई है। उन्होंने कहा, "अब फिल्म इंडस्ट्री एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है और आने वाले समय में नए कंटेंट और नवीनता के साथ दर्शकों को हैरान कर दिया जाएगा।"