''मैंने अपनी आंखों से वाकई कफन के पांच टुकड़े देखे'', अम्मी को याद कर भर आईं सना खान की आंखें, बोलीं-''घर अब घर नहीं रहा''

Saturday, Aug 02, 2025-12:53 PM (IST)

मुंबई: 'बिग बॉस 6' में नजर आ चुकीं सना खान के सिर से हाल ही में मां का साया उठा। अब मां के निधन के एक महीने बाद सना ने वीडियो शेयर कर बताया है कि वो उनसे आखिरी समय में क्या मांग रही थीं।

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सना ने कहा-'ये दुनिया मुसलमानों के लिए कैदखाना है, जो ईमान नहीं रखते वो उनके लिए जन्नत है।मां को गुजरे आज एक महीने हो गए और ऐसा लग रहा है कि कल ही हुआ था ये हादसा। जब मैं देखती हूं तो लगता है कि एक महीना कैसे गुजर गया और उससे ये एहसास होता है कि ऐसे ही एक दिन हमारी जिंदगी भी खत्म हो जाएगी।'

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मां को याद करते हुए सना ने रोते हुए कहा- 'एक अजीब खालीपन लगता है अब। घर अब घर नहीं रहा। ऑफकोर्स मेरी बुआ से भी मैं बहुत प्यार करती हूं, अल्लाह उन्हें सेहद वाली लंबी जिंदगी दे। उनका साया मेरे सिर पर बाकी रखे लेकिन जब उठती हूं अब तो घर में मम्मी नजर नहीं आते। उनके रूम से जब गुजरती हूं तो हमेशा वो वहां लेटे रहती थीं अब वो नहीं दिखता। बस अल्लाह से रोज दुआ करती हूं ।'

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उन्होंने आगे कहा- 'मेरी मां एक भी नमाज मिस नहीं करती थीं और इनफैक्ट 21 की रात वो वॉशरूम गईं और बीच में ही वो बाथरूम में गिर गईं तो मैंने उन्हें बाथरूम में नहलाया और लाकर बेड पर रखा। उन्होंने कहा कि मेरा सिर दुख रहा है। तब मैंने अंदाजा भी नहीं लगाया कि कुछ दिमाग को लेकर हुआ होगा उन्हें। हमने उनका सबसे पहले शुगर टेस्ट किया क्योंकि उन्हें वो प्रॉब्लम थी। तो शुगर लो बता रहा था। मैंने कहा- कुछ खा लो तो उन्होंने कहा, बाद में खाती हूं। इसके बाद जो वो लेटीं तो मुझे लगा वो सो रहीं।'

 सना खान ने आगे कहा- 'मैंने कभी कोमा वाला इंसान नहीं देखा था कि वो प्रॉपर सांस ले रहा होता है। मुझे लग वो सो ही रही हैं। जब कुछ टाइम के बाद नींद में वो उल्टी करने लगीं तो मैंने उनका बीपी चेक किया तो वो 225 आया। उन्हें फौरन हॉस्पिटल लेकर चली गई। जबतक हम वहां पहुंचे तब तक ऑलरेडी लेट हो चुका था क्योंकि उनके दिमाग की दो नसें फट चुकी थीं और पूरा खून उनके दिमाग में जा चुका था। MRI के बाद पता चला कि ब्रेन हेमरेज हुआ है। मम्मी डीप कोमा में चली गई थीं। डॉक्टर जब आते थे और उनकी MRI रिपोर्ट देखते थे तो उनके एक्सप्रेशंस देखकर मैं समझ गई थी, मैं बस यही दुआ करती थी अल्लाह से कि जो उनके लिए अच्छा हो वो करे। उन्होंने 24 को दम तोड़ दिया और उसके बाद एकदम लाइफ बदल गई।'

अपनी बात जारी रखते हुए सना ने कहा 'जब मेरी अम्मी का बॉडी घर आया और मैं उनको कफन दे रही थी तो वो पहला एन्काउंटर था कफन के साथ। ये मैं सिर्फ बात करती थी लेकिन उस दिन मैंने अपनी आंखों से वाकई कफन के पांच टुकड़े देखे उस कपड़े के कि कैसे कफन बनाया जाता है। मैंने जिंदगी में पहली बार गुसल दिया जनाजे को जो मेरी अम्मी की थी।'


Content Writer

Smita Sharma

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