Shefali Jariwala की कुंडली में था ग्रहण योग! 10 महीने पहले पारस ने जता दी थी Sudden Death की आशंका
Monday, Jun 30, 2025-12:51 PM (IST)

मुंबई: 'बिग बॉस' फेस शेफाली जरीवाला की असमय मौत ने सभी को चौंका दिया है। इस बीच उनके Bigg Boss के को-कंटेस्टेंट पारस छाबड़ा का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में पारस छाबड़ा द्वारा शेफाली जरीवाला की कुंडली में असमय मृत्यु को लेकर आशंका जाहिर की थी।दरअसल. साल 2024 में शेफाली जरीवाला पारस छाबड़ा के पॉडकास्ट 'आबरा का डाबरा शो' में आई थीं। इस दौरान पारस ने शेफाली की कुंडली के बार में बात की थी। ये वीडियो उसी दौरान का है। पारस ने उस समय चंद्रमा, केतु और बुध ग्रह की स्थिति को लेकर कहा था और बहुत बड़ी अनहोनी होने की आशंका जाहिर की थी।
वीडियो में पारस शैफाली की कुंडली पढ़ते हुए एक विशेष रूप से अशुभ ग्रहों की स्थिति की ओर इशारा करते हैं। वीडियों में पारस कह रहे हैं कि आपके 8वें घर में चंद्र, बुध और केतु बैठे हुए हैं। चंद्र और केतु का संयोजन सबसे बुरा होता है।
कुंडली में 8वां घर भी हानि, अचानक मौत, प्रसिद्धि, छिपे रहस्य और तांत्रिक संबंधित चीजों से संबंधित। आपके लिए चंद्र और केतु का बुरा तो है ही और साथ में बैठ गया है बुध ग्रह। चंद्रमा और बुध ग्रह के एक दूसरे से संबंध अच्छे नही हैं। अगर चंद्र और बुध आमने सामने भी बैठ जाते हैं तो भी बहुत ज्यादा परेशानी देते हैं।
चंद्रमा और केतु से बनता है ग्रहण योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में जब चंद्रमा और केतु एक भाव या स्थान पर होते हैं तब ग्रहण योग बनता है और यह योग बेहद खतरनाक माना जाता है। ये दोनों ग्रह जब भी साथ आते हैं तब व्यक्ति को मानसिक तनाव, विवाद, आर्थिक हानि जैसी समस्याएं होने लगती हैं। वहीं जन्म कुंडली में 8वां भाव मृत्यु, विरासत, रहस्य, गुप्त ज्ञान और परिवर्तन से संबंधित है। यह भाव मृत्यु का कारण व प्रकार भी बताता है। यह भाव केवल नकारात्मक ही नहीं बल्कि सकारात्मक खबर भी देता है जैसे धन का मिलना, लॉटरी का निकलना, शेयर बाजार से लाभ होना, धन, संपत्ति व विरासत की प्राप्ति होना आदि अचानक होने वाली यह शुभ घटनाएं आठवां भाव देता है।
8वें भाव में चंद्रमा और केतु की युति से ग्रहण और पितृदोष माना जाता है।यह युति कुंडली में सबसे खतरनाक युति के रूप में जानी जाती है। ऐसे लोगों में कहानियां सुनाने और अच्छे से बातचीत करने की प्रतिभा होती है हालांकि ऐसे लोग काफी भ्रमित होते हैं और निर्णय लेने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।