आमिर खान और नितेश तिवारी की स्पोर्ट्स ड्रामा को बार- बार देखने को मजबूर करती हैं यह 5 बातें!

Monday, Dec 23, 2024-03:01 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। 2016 वो साल था जब आमिर खान ने भारत की पहली वर्ल्ड क्लास महिला रेसलर्स, गीता फोगट और बबीता कुमारी, और उनके पिता महावीर सिंह फोगट, जो एक भारतीय अमेच्योर रेसलर थे, की कहानी को पर्दे पर लाया। इस फिल्म का डायरेक्शन नितेश तिवारी ने किया था, और इसमें फातिमा सना शेख, सान्या मल्होत्रा, जायरा वसीम, सुहानी भटनागर, अपारशक्ति खुराना, ऋत्विक साहोरे और साक्षी तंवर भी थे।

नितेश तिवारी ने अपने बेहतरीन डायरेक्शन की कला से कहानी को बेहद खूबसूरती से पेश किया। चाहे वो एक्टर से बेहतरीन परफॉर्मेंस निकालना हो या स्क्रिप्ट के साथ पूरी ईमानदारी से न्याय करना हो, उन्होंने सभी काम को खूबसूरती से किया। यह फिल्म एक प्रेरणादायक कहानी थी, और  इस तरह से यह ग्लोबल ब्लॉकबस्टर बन गई, जिसे दुनियाभर से शानदार रिव्यू मिलें। फिल्म की रिलीज को आज 8 साल हो चुके हैं, तो आइए इसके खास पहलुओं पर फिर से एक नजर डालते हैं।

आमिर खान की आईकॉनिक परफॉर्मेंस

आमिर खान ने महावीर सिंह फोगट के रूप में, जो एक शौकिया रेसलर थे, इस किरदार को बखूबी निभाया और अपनी परफॉर्मेंस के साथ उसे पूरी तरह से जिंदा कर दिया। "मिस्टर परफेक्शनिस्ट" के रूप में अपनी छवि को सही साबित करते हुए, उन्होंने किरदार की सबसे छोटी-छोटी बारीकियों को भी ध्यान से समझा और एक आइकॉनिक परफॉर्मेंस दी।

महिला सशक्तिकरण

दंगल ने भारत की पहली वर्ल्ड क्लास महिला रेसलर्स, गीता फोगट और बबीता कुमारी की प्रेरणादायक कहानी दिखाई। फिल्म ने महिलाओं की ताकत और दृढ़ निश्चय को उजागर किया, जो दुनिया में सफलता हासिल कर सकती हैं, और वह अपनी जबरदस्त कहानी से बहुतों को प्रेरित करती हैं। इस फिल्म को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, छत्तीसगढ़, दिल्ली और मध्य प्रदेश जैसे छह भारतीय राज्यों में टैक्स फ्री घोषित किया गया था, ताकि "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" अभियान को बढ़ावा मिल सके। यह अभियान सरकार का है, जिसका मकसद लड़कियों के सेलेक्टिव अबॉर्शन को कम करना, उनकी सुरक्षा करना और उन्हें शिक्षा देना है।

दुनिया भर में पहचान

जब दंगल भारत में बेहद पसंद की गई, तब इसने इंटरनेशनल लेवल पर भी सभी का दिल जीता। यह 21 दिसंबर 2016 को अमेरिका में और 23 दिसंबर 2016 को दुनिया भर में रिलीज़ हुई। फिल्म का दूसरा रिलीज़ फेज़ ईस्ट एशिया के चाइनीज मार्केट को टार्गेट करते हुए 24 मार्च 2017 को ताइवान से शुरू हुआ। दंगल को 7वें बीजिंग इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी दिखाया गया, और यह पहली भारतीय फिल्म बनी जो नॉन-कंपिटींग पैनोरमा सेक्शन में शामिल हुई। चीन में इसे शुऐजियाओ बाबा (लेट्स रेसल, फादर!) नाम से रिलीज़ किया गया, और फेस्टिवल में इसे स्टैंडिंग ओवेशन मिला।

आइकॉनिक म्यूजिक

दंगल का साउंडट्रैक शानदार है, जिसमें ऐसे गाने हैं जो अलग-अलग भावनाओं को जगाते हैं, जैसे प्रेरणा, हंसी, ऊर्जा और यादें। इस एल्बम में हानिकारक बापू, धाकड़, गिलहरियां, दंगल, नैना और इडियट बन्ना जैसे चार्टबस्टर गाने शामिल हैं। फिल्म की चीन और जापान में जबरदस्त सफलता के कारण, इसके साउंडट्रैक एलबम को जैपनीज में भी रिलीज़ किया गया था, जिसे रामब्लिंग रिकॉर्ड्स ने 13 अप्रैल 2018 को पब्लिश किया था।

युवा टैलेंट के लिए दरवाजे खोलना

दंगल से कई टैलेंटेड एक्टर्स ने डेब्यू किया, जिनमें सान्या मल्होत्रा, ज़ायरा वसीम, सुहानी भटनागर और अपारशक्ति खुराना का नाम शामिल है।  सान्या मल्होत्रा ​​ने बबीता कुमारी की भूमिका निभाई, ज़ायरा वसीम ने युवा गीता फोगट की भूमिका निभाई, सुहानी भटनागर ने युवा बबीता कुमारी की भूमिका निभाई, और अपारशक्ति खुराना ने महावीर के भतीजे ओंकार सिंह फोगट की भूमिका निभाई। दंगल में उनके शानदार परफॉर्मेंस ने उनके करियर को एक मजबूत शुरुआत दी।


Content Editor

Jyotsna Rawat

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