'आशिकी गर्ल' अनु अग्रवाल की कोमा ने बदली जिंदगी, तस्वीरें देख पहचाना हुआ मुश्किल
Thursday, Jan 11, 2018-12:29 PM (IST)

नई दिल्ली: वर्ष 1990 में आई ‘आशिकी’ फिल्म में अनु का किरदार निभाने वाली दिल्ली की अनु अग्रवाल ने अपनी मौत के मुंह से वापस आई है। वह एक जिंदादिल इंसान है।
11 जनवरी 1969 को दिल्ली में पैदा हुई अनु अग्रवाल उस समय दिल्ली यूनिवर्सिटी से सोशलसाइंस की पढ़ाई कर रही थीं, जब महेश भट्ट ने उन्हें अपनी आने वाली म्यूजिकल फ़िल्म ‘आशिकी’ में पहला ब्रेक दिया।
अनु का नाम उन अभिनेत्रियों में शुमार है, जो बॉलीवुड में ज्यादा दिन तक नहीं टिक सकीं। ‘आशिकी’ से सुर्खियां बटोरने वाली अनु को 90 के दशक में कई फिल्में मिलीं, लेकिन उनमें इनकी परफॉर्मेंस कुछ खास नहीं थी। जिस वजह से दर्शकों ने इन्हें सिरे से खारिज कर दिया। बाद में वो कुछ रिलेशनशिप्स और नशे की लत की वजह से वह खूब खबरों में आईं। इतना ही नहीं, नशे की वजह से वो धीरे-धीरे फिल्मों से दूर होती चली गईं।
लेकिन बहुत ही कम लोग जानते हैं कि वह 1999 में एक एक्सीडेंट का शिकार हो गई, इस आहत भरी घटना से उनकी ज़िंदगी में एक ऐसा मोड़ आया कि लाइमलाइट, फेम और बॉलीवुड की चकाचौंध भरी दुनिया से उनकी ज़िंदगी अंधकार में बदल गई। इस एक्सीडेंट में वह अपनी यादाश खो बैठी।
एक महीने कोमा में रहने के बाद उन्हें जब होश आया, तब वह हाफ पेरालाइस की शिकार हो चुकी थी। लेकिन तीन साल की इस मुशक्तत के बाद , इस ज़िंदादिल अदाकारा ने चलना शुरू किया,
और फाइनली ज़िंदगी के इस अंधकार पर विजय हासिल की। इन सब के बाद ये कहना गलत नहीं होगा कि बॉलीवुड सितारे परदे पर ही नहीं , बल्कि असल ज़िंदगी में भी दूसरो के लिए इन्स्पीरेशन बन सकते हैं।
लंबे उपचार के बाद वह इससे उबरने में कामयाब हो सकीं। दोस्तों और परिवार के सदस्यों की मदद से दोबारा अंग्रेजी और फिर हिंदी सीखी।