मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के प्रसिद्ध निर्देशक शफी का निधन, 56 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस
Sunday, Jan 26, 2025-12:14 PM (IST)
बाॅलीवुड तड़का : मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर निर्देशक शफी, जिनका असली नाम राशिद एम.एच. था, का 56 साल की उम्र में निधन हो गया। वह स्ट्रोक से जूझ रहे थे और कोच्चि के एक अस्पताल में शनिवार आधी रात को उन्होंने आखिरी सांस ली। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, शफी को 16 जनवरी को स्ट्रोक आया था और इसके बाद से उनका इलाज चल रहा था। 9 दिनों तक जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद 25 जनवरी की रात 12:25 बजे उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
विष्णु उन्नीकृष्णन ने दी श्रद्धांजलि
अभिनेता विष्णु उन्नीकृष्णन ने इंस्टाग्राम पर शफी के निधन की जानकारी साझा की। उन्होंने शफी की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'शफी सर हंसी और यादगार कहानियां छोड़कर चले गए, जिन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। श्रद्धांजलि।'
शफी के अंतिम संस्कार की जानकारी
शफी का पार्थिव शरीर कोच्चि के एडापल्ली स्थित उनके घर पर रखा गया है। रविवार सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक कोचीन सर्विस को-ऑपरेटिव बैंक हॉल, कलूर में रखा जाएगा, जहां उनके चाहने वाले उन्हें अंतिम विदाई दे सकेंगे। रविवार शाम 4 बजे कलूर मुस्लिम जुमा मस्जिद में जनाजे की नमाज अदा की जाएगी और उसके बाद उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
शफी का फिल्मी करियर
शफी ने 2001 में अपनी पहली फिल्म 'वन मैन शो' से मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और अपनी अलग पहचान बनाई। उन्होंने 20 से अधिक सालों के करियर में 10 से ज्यादा फिल्मों का निर्देशन किया। शफी और अभिनेता दिलीप की जोड़ी ने कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं, जिनमें 'कल्याणरमन', 'मैरीकुंडोरु कुंजाडु' और 'टू कंट्रीज' शामिल हैं। उनकी अन्य बेहतरीन फिल्मों में 'पुलिवल कल्याणम', 'थोम्मनम मक्कलम', 'मायावी' और 'चटम्बिनाडु' का नाम भी शामिल है।
शफी की आखिरी निर्देशित फिल्म 2022 में रिलीज हुई 'आनंदम परमानंदम' थी। उनके योगदान को मलयालम सिनेमा हमेशा याद रखेगा।