श्रीनगर के निशात में हुए यौन उत्पीड़न और हत्या के केस पर फूटा हिना खान का गुस्सा, कहा- अब समय आ गया है किसी बिना संकोच..

Wednesday, May 07, 2025-11:23 AM (IST)

मुंबई. एक्ट्रेस हिना खान इन दिनों ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं। वो अक्सर फैंस के साथ अपने हेल्थ अपडेट शेयर करती रहती हैं। इसी बीच अब हाल ही में हिना ने कश्मीर के श्रीनगर के निशात में हुए यौन उत्पीड़न और हत्या के केस पर अपनी नाराजगी जाहिर की है और सोशल मीडिया पर लंबा-चौड़ा पोस्ट कर अपना गुस्सा निकाला है।
 


हिना खान ने अपनी इंस्टाग्राम की स्टोरी पर एक लंबा नोट शेयर किया, जिसमें उन्होंने लिखा, ‘क्या कोई इन मूर्खों को यौन उत्पीड़न और बलात्कार के बीच का अंतर सिखा सकता है? बलात्कार बलात्कार है। हत्या हत्या है। यौन उत्पीड़न का विवरण अलग हो सकता है लेकिन यह बलात्कार से पहले का संकेत है। इसका मतलब केवल यह है कि अपराधी इसे नहीं कर सके ना की उन्होंने इसे नहीं किया। एक बलात्कारी खुद के अलावा बाकी सभी को दोषी ठहराता है। उस अपराधी की तरह व्यवहार न करें।’

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एक्ट्रेस ने कहा- शराब,धर्म, समुदाय, भूगोल या पोशाक के नाम पर बलात्कार, यौन उत्पीड़न को उचित ना ठहराएं। यह राक्षस हर जगह, हर समुदाय, हर धर्म में मौजूद हैं। अवसर की तलाश में हैं। शराब कई चीजों का कारण बनती है, लेकिन यह एक अच्छे आदमी को बलात्कारी नहीं बनाती! शराब को दोष देना बंद करें। अच्छे पुरुष शराब को उसी तरह संभाल सकते हैं जैसे वह एक महिला की तुलना में बेहतर शारीरिक शक्ति को संभालते हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है।’ 

उन्होंने आगे कहा- ‘बलात्कारी किसी हत्यारे से कम नहीं है। वह उससे कहीं ज्यादा हैं। उसके कामों को कोई भी सही नहीं ठहरा सकता। अब समय आ गया है कि हम बिना किसी संकोच के इस बात को उजागर करें कि यह एक कश्मीरी मुस्लिम ने किया है और अपने तथाकथित एजेंडे के लिए शराब को दोषी ना ठहराएं।'

 

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इसके साथ ही हिना ने अपनी स्टोरी में पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर भी बात की और कहा-‘आखिर में मेरे देश के सभी मुस्लिम पुरुषों, महिलाओं, खासकर कश्मीर के लोगों से विनम्र अनुरोध है। हर समुदाय में पागल ट्रोलर हैं, जो सीमा लांघते हैं और जहर उगलते हैं। कृपया समझें कि दूसरे समुदाय के ज्यादातर लोग वाकई परेशान हैं। लोग आहत हैं, लोग गुस्से में हैं। उनकी पैंट उतारी गई, उनकी आस्था पर सवाल उठाया गया, उनके प्रियजनों के सामने गोलियां चलाई गईं। 
उन्होंने कहा- हम लगभग युद्ध की स्थिति में हैं। तो क्या हम इन ट्रोलर्स को जवाब देना या प्रतिक्रिया देना बंद कर सकते हैं? और दूसरे समुदाय को शोक मनाने दे सकते हैं। क्या हम भगवान के लिए एक साथ रह सकते हैं? आइए पहला कदम उठाएं। आइए पहले इंसान बनें। मैं किसी से माफी मांगने के लिए नहीं कह रही। यह एक व्यक्तिगत पसंद है। मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि मैंने यह महसूस किया। लेकिन, अगर आप कुछ अच्छा, सकारात्मक नहीं कह सकते तो कम से कम चुप हो जाइए और बैठ जाइए।’
 


Content Writer

suman prajapati

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