ऑस्कर की दौड़ में भारत की 'बैंड ऑफ महाराजा',Girish Malik बोले-यह सिर्फ एक कहानी नहीं...
Friday, Dec 06, 2024-12:34 PM (IST)
मुंबई: इंडिनय सिनेमा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। दरअसल, हाल ही में गिरीश मलिक द्वारा निर्देशित संगीत नाटक 'बैंड ऑफ महाराजा' की ऑस्कर रेस में एंट्री हुई है। बैंड ऑफ महाराजा ने ऑस्कर में दो प्रमुख श्रेणियों में एंट्री की है। फिल्म का दमदार गाना “इश्क वाला डाकू” और प्रसिद्ध उस्ताद बिक्रम घोष द्वारा रचित इसका आकर्षक मूल स्कोर अब सर्वश्रेष्ठ मूल गीत और सर्वश्रेष्ठ मूल स्कोर श्रेणियों में नामांकन के लिए दावेदार हैं।
यह उपलब्धि मलिक और घोष के बीच के तालमेल को बताता है जिन्होंने 2014 की फिल्म जल के लिए ऑस्कर पुरस्कार जीता था। गिरीश मलिक के निर्देशन और बिक्रम घोष की बेहतरीन रचनाओं के साथ बनी ये फिल्म संगीत और कहानी कहने की परिवर्तनकारी शक्ति का एक प्रमाण है। उनकी नवीनतम साझेदारी ने नई जमीन तोड़ी है, जिसने वैश्विक स्तर पर दर्शकों को आकर्षित किया है।
कास्ट
फिल्म की कास्ट की बात करें तो इसमें कुंवरजीत चोपड़ा, नवराज हंस और अर्जुन बाजवा जैसे स्टार्स हैं।
कहानी
'बैंड ऑफ महाराजा' पंजाब के एक छोटे से सीमावर्ती गाँव के तीन युवा संगीतकारों की प्रेरक और दिल को छू लेने वाली कहानी है। संगीत के प्रति अपने जुनून से प्रेरित होकर वे बहादुरी से पाकिस्तान पहुँचते हैं एक ऐसा देश जहां संगीत को अक्सर कट्टरपंथी ताकतों के प्रतिरोध का सामना करना पड़ता है। फिल्म उनके लचीलेपन, बहादुरी और कला की एकजुट करने वाली शक्ति की यात्रा को दर्शाती है।
ऑस्कर में एंट्री पाने पर गिरीश मलिक ने कहा- "हमें बेहद खुशी है कि बैंड ऑफ महाराजा अब ऑस्कर में नामांकन की दौड़ में शामिल है। यह फिल्म सिर्फ एक कहानी नहीं है; यह सीमाओं को पार करने और लोगों को एक साथ लाने की संगीत की शक्ति के लिए एक हार्दिक श्रद्धांजलि है।"
बिक्रम घोष ने कहा- "बैंड ऑफ महाराजा प्यार का एक श्रम है, और हम अब तक इसे मिले समर्थन और प्रशंसा के लिए आभारी हैं।"
इस साल ऑस्कर की दौड़ में एकमात्र हिंदी फिल्म के रूप में, बैंड ऑफ महाराजा दुनिया भर में भारतीय सिनेमा का परचम लहरा रही है। अपनी इमोशनल कहानी और बेजोड़ संगीत के साथ यह फिल्म दुनिया भर के दर्शकों के दिलों पर कब्ज़ा करने के लिए तैयार है। जैसे-जैसे ऑस्कर नजदीक आ रहा है, सभी की निगाहें बैंड ऑफ महाराजा पर टिकी हैं।