विफलता से जिंदगी खत्म नहीं होती..करियर में उतार-चढ़ाव को लेकर बोले अर्जुन कपूर-नए सिरे से जीवन शुरू करना चाहिए
Sunday, Dec 08, 2024-01:30 PM (IST)
मुंबई. एक्टर अर्जुन कपूर इन दिनों अपनी हालिया रिलीज हुई फिल्म सिंघम अगेन को लेकर चर्चा में हैं। फिल्म में उनके 'डैंजर लंका' के किरदार को खूब पसंद किया जा रहा है। इसी बीच हाल ही में यह एक्टर सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम में चल रहे जागरण फिल्म फेस्टिवल में पहुंचे, जहां उन्होंने अपने करियर की सफलता और विफलता के बारे में बात की।
अर्जुन कपूर ने कहा, आप किसी भी इंडस्ट्री में जाओ कभी न कभी विफलता का सामना करना ही पड़ता है, इसलिए सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आप उससे कैसे उबरते हैं। कुछ साल पहले मेरे जीवन में भी बहुत उतार-चढ़ाव आए। यह सभी के जीवन में आते हैं। ध्यान रहे, विफलता से जिंदगी खत्म नहीं होती। जिंदगी में जब आप हारते हैं, तो उससे सीखकर नए सिरे से जीवन शुरू करना चाहिए।
एक्टर ने कहा कि मैंने अपने 12 साल के करियर में सफलता-विफलता दोनों का स्वाद चखा है। 12वीं फेल फिल्म इसलिए भी लोगों के दिलों को छू गई, क्योंकि ये जिंदगी के उसूल बताती है।
फिल्म सिंघम अगेन में अपने किरदार के लिए सराहना बटोर रहे अर्जुन ने बताया कि उन्होंने अभी तक यह फिल्म नहीं देखी है। उन्होंने कहा, मेरे करियर में पहली बार ऐसा हो रहा है कि फैंस मुझे मेरे किरदार डैंजर लंका के नाम से बुला रहे हैं। इनमें बच्चे तक शामिल हैं। इस फिल्म को जनता से इतना प्यार मिला है, जिसे कभी नहीं बुलाया जा सकता। फिल्म की रिलीज के अगले दिन मेरे परिचित विभिन्न होटल मैनेजर से लेकर रिश्तेदारों व अन्य लोगों ने मैसेज और वीडियो भेजकर किरदार की सराहना की। यदि भविष्य में उनके पास अच्छे नेगेटिव रोल आए तो मैं जरूर करूंगा, लेकिन एक जैसी भूमिका दोबारा नहीं करूंगा।
आगे अर्जुन ने कहा, ऑडिशन देने के बाद ही मुझे इश्कजादे मिली थी। कास्टिंग डायरेक्टर शानू शर्मा ने फेसबुक आइडी पर मेरी फोटो देखकर मुझे संपर्क किया था। उस समय मेरा वजन बहुत ज्यादा था। इस फिल्म को करने के लिए मैंने वजन कम किया। यदि मैं इस फिल्म का ऑडिशन नहीं देता, तो आज पता नहीं कहां होता, लेकिन ये भी सही है कि मुझे सिर्फ सिनेमा में ही करियर बनाना था।
एक्टर ने कहा, मैं अपने परिवार के किसी भी सदस्य से अपनी तुलना नहीं करता हूं। बहनें व चाचू अनिल कपूर सहित अन्य सदस्य बेहतर काम कर रहे हैं। मैं भाग्यशाली हूं कि ऐसे परिवार का हिस्सा हूं, जिसके सदस्य सिनेमा से जुड़े हुए हैं।