आमिर, सूरज बड़जात्या और राजकुमार हिरानी सादगी के सबसे बड़े रोल मॉडल हैं - महावीर जैन
Wednesday, Jun 29, 2022-02:15 PM (IST)
नई दिल्ली। प्रश्न: फिल्म उद्योग का हिस्सा बनने का निर्णय आपने कैसा लिया?
महावीर जैन : मुझे हमेशा कहानियों ने प्रभावित किया हैं. जब एक अच्छी कहानी को अच्छी तरह से बताया जाता है, तो वह हमेशा के लिए दिल और दिमाग पर अपनी छाप छोड़ देती हैं. Films की कहानियों में वो शक्ति हैं जो किसी को भी प्रेरित कर सकती हैं....कुछ ऐसा अनुभव होता है... कि व्यक्ति अन्दर से बदल जाता है। जब मुझे इस बात का एहसास हुआ, तो मुझे पता चल गया कि मुझे जीवन में क्या करना हैं.
प्रश्न: इंडस्ट्री में आपकी प्रेरणा कौन है?
महावीर जैन: मैं आमिर खान, सूरज बड़जात्या और राजकुमार हिरानी से बहुत प्रेरित हूं। वे सभी असाधारण इंसान हैं।
एक कहावत है - सबसे सरल ही सबसे सफल। ये तीनों दिग्गज सादगी के सबसे बड़े रोल मॉडल हैं। वे फिल्म उद्योग के चकाचौंध और ग्लैमर से बहुत दूर हैं, साथ ही बड़े संवेदनशील और दयालु भी हैं । इन तीनों में एक चीज़ समान हैं – तीनों ही गहन विचारों के साथ एक सार्थक जीवन जी रहे हैं।
वास्तव में, मैं उनके मानवीय गुणों पर एक किताब लिख सकता हूँ!
प्रश्न: इस साल आपकी चार फिल्में रिलीज होने वाली हैं - अक्षय कुमार के साथ ‘राम सेतु’, सूरज बड़जात्या के साथ ‘ऊंचाई’ ,आनंद एल राय के साथ ‘गुड लक जेरी’ और संजय लीला भंसाली के साथ एक विशेष फीचर ‘मन बैरागी’। ऐसा लगता है कि इस तरह पार्टनरशिप और सहयोग के साथ काम करना आपको काफी पसंद है?महावीर जैन: जी बिलकुल! मुझे इस तरह सबके साथ मिलकर काम करने में बड़ा आनंद आता हैं. मैं उनका आदर भी करता हूँ और वे मेरे प्रेरणास्त्रोत भी हैं । उनकी जितनी प्रशंसा करूँ, कम होगी. हर एक अद्वितीय और अपने आप में एक रचनात्मक प्रतिभा है।
मुझे कहना होगा - संजय जी, सूरज जी, आनंद जी और अक्षय भाई सभी बहुत भावुक लोग हैं। सभी के दिल सोने के है! मैं उनके साथ काम करके खुद को भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं।
प्रश्न: अब तो आपको उद्योग में काम करके काफी वर्ष हो गए है. क्या आपने कुछ ऐसा चलन देखा हैं जिसे आप बदलना चाहेंगे?
महावीर जैन: सबसे पहले, लेखकों को उचित पहचान और सम्मान मिलना चाहिए। लेखक और निर्देशक एक मूवी के असली हीरो हैं! दूसरी बात.. सफलता की परिभाषा को बदलने की कोशिश करनी चाहिए. यह केवल व्यावसायिक लाभ (बॉक्स ऑफिस कलेक्शन) तक ही सीमित नहीं होनी चाहिए. बल्कि सफलता हमारे काम से समाज में होने वाले सकारात्मक प्रभाव से भी जुड़ी होनी चाहिए. हमारी पिक्चरों द्वारा हम लोगो में आनंद अनुभव करवाते हैं। हमें इस तरह के सकारात्मक रुझानों को स्थापित करने के बारे में थोड़ा और सोचना चाहिए।
साथ ही, एक उद्योग के रूप में, हमें अपना ध्यान प्रतिस्पर्धा से आगे जाकर सामाजिक योगदान की ओर स्थानांतरित करना चाहिए. और मेरा विश्वास करिए इस सोच के साथ हम दुनिया में एक नया बदलाव दे पाएँगे.
प्रश्न: उद्योग के प्रमुख निर्माताओं के बारे में आपके क्या विचार हैं?
महावीर जैन: वे सभी अद्भुत लोग हैं और मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। मुझे साजिद नाडियाडवाला (नाडियाडवाला एंटरटेनमेंट) का व्यक्तित्व बहुत पसंद है। वे एक बड़े दिल वाले व्यक्ति हैं. करण जौहर बहु-प्रतिभाशाली होने के साथ उनमें उत्कृष्ट पारस्परिक कौशल भी हैं और मैं उनके साथ एक भावनात्मक स्तर पर जुड़ा हूँ. भूषण कुमार (टी-सीरीज) बहुत ही सकारात्मक व्यक्ति हैं और ‘NEVER SAY DIE’ (कभी भी हार ना मानिये) की एक अनोखी भावना हैं जिसकी मैं वास्तव में सराहना करता हूं। नितेश तिवारी (दंगल, चिचोरे मूवी के निर्देशक) और अश्विनी अय्यर (पंगा, बरेली की बर्फी की निर्देशिका) बहुत विनम्र लोग हैं और वे अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं.
प्रश्न: वर्तमान समय में ऐसी एक चीज क्या है जो आपको लगता है कि बेहद जरूरी है?
महावीर जैन: मानसिक स्वास्थ्य एक ऐसी चीज है जिसे हम सभी को संवेदनशील तरीके से संबोधित करने की जरूरत है। वर्तमान समय में यह अत्यंत चिंता का विषय है। मानसिक स्वास्थ एक ऐसी समस्या हैं किसे हम आसानी से पकड़ नहीं सकते हैं. लोग भी इस विषय पर बात करने में हिचकिचाते हैं. पर यह बेहद ही ज़रूरी हैं. व्यक्तिगत रूप से मुझे लगता है कि योग, ध्यान, चिकित्सा सहायता आदि इससे लड़ने के कुछ महत्वपूर्ण तरीके हैं, लेकिन हमारी फ़िल्म इंडस्ट्री अपने काम के माध्यम से आशा, खुशी और सकारात्मकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और लोगों का तनाव कम करने में मदद कर सकते हैं। मानवता के लिए यह हमारा महत्वपूर्ण योगदान होगा। हम सबको साथ मिलकर इसपर आगे बढ़ना होगा.