किन्नर अखाड़े ने छीना ममता कुलकर्णी से महामंडलेश्वर का ताज, पदवी देने वाली लक्ष्मी त्रिपाठी भी आचार्य महामंडलेश्वर के पद से गईं हटाई
Friday, Jan 31, 2025-01:32 PM (IST)
मुंबई: बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। खबर है कि ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर के पद से हटा दिया गया है। इतना ही नहीं उन्हे पदवी देने वाली लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को आचार्य महामंडलेश्वर के पद से हटा दिया गया है। दोनों को अखाड़े से भी निष्कासित कर दिया गया है। ये ये कार्रवाई किन्नर अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने की है।
अजय दास ने शुक्रवार को ऐलान किया कि अब नए सिरे से किन्नर अखाड़े का पुनर्गठन होगा। इसके साथ ही जल्द ही नए आचार्य महामंडलेश्वर का ऐलान होगा।
कुछ दिनों पहले ममता कुलकर्णी ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ 2025 में अपना पिंडदान किया था और संन्यास अपना लिया था। इसके बाद भव्य पट्टाभिषेक कार्यक्रम में उन्हें किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया गया था। उनका नया नाम श्री यामाई ममता नंद गिरी रखा गया था। वो 7 दिनों तक महाकुंभ में रहीं, लेकिन तबसे ही इसको लेकर विवाद जारी था। सवाल किए जा रहे थे कि एक स्त्री को इस अखाड़े का महामंडलेश्वर कैसे बनाया जा सकता है।
ममता कुलकर्णी ने सन्यास लेने पर कहा था, मेरे भारत छोड़ने का कारण अध्यात्म था। 1996 में मेरा झुकाव आध्यात्म की ओर हुआ और उसी दौरान मेरी मुलाकात गुरु गगन गिरि महाराज से हुई। उनके आने के बाद अध्यात्म में मेरी रुचि बढ़ी और मेरी तपस्या शुरू हुई हालांकि, मेरा मानना है कि बॉलीवुड ने मुझे शोहरत दी। मैंने बॉलीवुड को छोड़ दिया और साल 2000 से 2012 तक तपस्या जारी रखी। मैंने कई साल दुबई में बिताए जहां मैं दो बेडरूम वाले फ्लैट में रहती थी और इन 12 सालों में मैंने ब्रह्मचर्य का पालन किया।
काम की बात करें तो ममता की आखिरी रिलीज फिल्म साल 2002 में आई 'कभी तुम कभी हम' थी। इसके बाद उन्होंने मनोरंजन जगत को अलविदा कह दिया था।