''केसर का दाम 5 लाख और यहां दाने-दाने में केसर..विमल पान मसाला ऐड को लेकर बुरे फंसे अजय, शाहरुख और टाइगर, नोटिस जारी
Thursday, Sep 11, 2025-11:50 AM (IST)

मुंबई. बॉलीवुड इंडस्ट्री के कई ऐसे फेमस स्टार्स हैं, जो फिल्मों के साथ-साथ ऐड्स को लेकर भी छाए रहते हैं। हालांकि, कई बार वे विज्ञापन को लेकर बुरी तरह विवादों में भी घिर जाते हैं। वहीं, पिछले दिनों शाहरुख खान, अजय देवगन और टाइगर श्रॉफ के साथ-साथ जेबी इंडस्ट्रीज (विमल गुटखा ब्रांड के निर्माता) के अध्यक्ष को विमल पान मसाला के ऐड को नोटिस जारी किया गया था। इसमें आपत्ति जताते हुए कहा गया था कि जब केसर का बाजार भाव 5 लाख रुपये प्रति किलो से भी अधिक है तो फिर 5 रुपये के पाउच में हर दाने में असली केसर होना कैसे संभव है। वहीं, अब इस मामले में जयपुर कंज्यूमर फोरम ने कंपनी और ऐड करने वाले स्टार्स से नोटिस के जरिए जवाब-तलब किया है।
स्टेट कंज्यूमर फोरम ने विमल पान मसाला के ऐड को लेकर कड़ी सख्ती दिखाई और शाहरुख खान, अजय देवगन और टाइगर श्रॉफ को भी नोटिस जारी किया है। ये विवाद ऐड के उस दावे को लेकर है जिसमें कहा गया है- दाने-दाने में केसर का दम।
इस मामले में शिकायतकर्ता ने एक्टर्स को लेकर अपील की है कि इस तरह का विज्ञापन करने वाले इन कलाकारों से राष्ट्रीय पुरस्कार वापस लिए जाएं। इसके अलावा पान मसाले के उत्पादन और बिक्री पर रोक लगाने और कंपनी पर भी 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाने की मांग की गई।
बता दें कि इससे पहले ऐड से कंज्यूमर को गुमराह करने के लिए 12 अगस्त को District Consumer Commission ने इस अर्जी को खारिज कर दिया था। इसके बाद ये मामला राज्य आयोग तक पहुंचा। अब State Consumer forum ने कंपनी और ऐड करने वाले कलाकारों को नोटिस भेजकर इस मामले में जवाब-तलब किया है। आयोग का मानना है कि इस तरह के ऐड से कंज्यूमर गुमराह होते हैं और ये नियमों का उल्लंघन है।
'केसर डालना तो दूर, उसकी खुशबू भी नहीं डाली जा सकती'
बताते चलें, जयपुर निवासी योगेंद्र सिंह बडियाल ने केसर के ऐड पर आपत्ति जताते हुए शिकायत की थी कि जेबी इंडस्ट्रीज विमल पान मसाला बनाती है और इसे देश भर में बिक्री के लिए आपूर्ति करती है। उनका आरोप था कि बाजार में केसर के दाम की तुलना में पान मसाला टोबैको पाउच 5 रुपये का आता है। ऐसे में केसर डालना तो दूर, उसकी खुशबू भी इसमें नहीं डाली जा सकती।'
विज्ञापन की टैग लाइन है- दाने दाने में है केसर का दम। इस तरह के ऐड को भ्रामक बताते हुए इस पर सवाल उठाया गया। इस आरोप में कहा गया है कि जब बाजार केसर का भाव 5 लाख रुपये प्रति किलो से भी ज्यादा है, तो फिर 5 रुपये के पाउच में हर दाने में असली केसर होना संभव कैसे है?