AI से रफी-किशोर की आवाज में गाने बनाने वालों पर सिंगर शान ने जताई नाराजगी, बोले- ये असली कलाकारों का अपमान

Thursday, Sep 04, 2025-04:54 PM (IST)

मुंबई. आज के डिजिटल दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल हर क्षेत्र में तेज़ी से बढ़ रहा है। मनोरंजन, संगीत और मीडिया से लेकर तकनीक और शिक्षा तक, AI की पहुंच हर जगह हो चुकी है। लेकिन जिस तरह से AI वॉइस क्लोनिंग का चलन संगीत जगत में बढ़ रहा है, उसने कई पुराने और मौजूदा कलाकारों की चिंता को बढ़ा दिया है। इसी बीच हाल ही में फेमस सिंगर शान ने इस ट्रेंड पर अपनी नाराज़गी जाहिर की है और इसे गुज़रे जमाने के कलाकारों का अपमान बताया है।

एआई से बन रहे गानों पर भड़के शान

दरअसल, हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें मशहूर फिल्म ‘एक था टाइगर’ के गाने ‘सैयारा’ को AI की मदद से सिंगर किशोर कुमार की आवाज में तैयार किया गया था। यह वर्जन लोगों को भले ही पसंद आया, लेकिन सिंगर शान को यह बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा।

शान ने AI वॉइस क्लोनिंग के इस ट्रेंड को "क्रूर" और "अनुचित" बताया है। उन्होंने कहा कि इस तकनीक से जब पुराने गायकों की आवाज में नए गाने तैयार किए जाते हैं, तो वह उनके असली टैलेंट और भावनाओं का अपमान होता है।

एक इंटरव्यू में बात करते हुए शान ने कहा- “मुझे ये AI बहुत क्रूर लगता है। जब लोग कहते हैं, ‘अगर किशोर दा ये गाना गाते’ या ‘अगर रफी साहब गाते’, तो वो असल में उस दौर और उन कलाकारों की आत्मा को समझ ही नहीं पाते। 40, 60, 80 के दशक की गायकी एक अलग ही एहसास थी। अगर वो आज होते, तो शायद वैसे नहीं गाते।”

शान का मानना है कि जिन कलाकारों की आवाज, शैली और भावनाएं समय के साथ विकसित हुई थीं, उनकी कला को AI से दोहराना नामुमकिन है। फिर भी लोग सिर्फ कुछ गानों की टोन निकालकर उन्हीं आवाज़ों में नए-नए ट्रैक और कवर बना रहे हैं – जो कि पूरी तरह से गलत है।

 

शान ने Gen Z को दी सच्ची सलाह

आज की पीढ़ी (Gen Z) को लेकर शान ने अपनी चिंता भी जताई। उन्होंने कहा कि नई जनरेशन अब AI से बनी हुई आवाजों को ही असली समझ रही है, और यही सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा- “दर्शक कितने नासमझ हैं, जो असली गायकों की तुलना AI से बनी आवाजों से कर रहे हैं। किशोर कुमार जैसे महान गायक के गानों को दोबारा बनाने की बजाय, हमें उनके ओरिजिनल गानों को सुनना और सराहना चाहिए। AI से बनी आवाज़ों में वो आत्मा, वो भावनाएं और वो जादू नहीं होता जो असली गायकी में होता है।”

शान ने दी अपील – “AI के झांसे में मत आइए”

शान ने सभी संगीतप्रेमियों से अपील की है कि वे AI से बनाए गए ट्रैक्स की जगह असली रिकॉर्डिंग्स को सुनें और उनका सम्मान करें। उन्होंने कहा कि हमें उन कलाकारों के कलेवर और कला की गहराई को समझने की ज़रूरत है, जिन्होंने अपने पूरे जीवन में संगीत को जिया और उसे एक मुकाम तक पहुंचाया।


Content Writer

suman prajapati

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