इन मुस्लिम एक्टर्स ने निभाया था श्रीराम का किरदार, दर्शकों ने भगवान की तरह दिया फिर सम्मान
Wednesday, Mar 19, 2025-07:20 PM (IST)

बाॅलीवुड तड़का : माइथोलॉजिकल शोज और फिल्मों को हमेशा से ही दर्शकों का भरपूर प्यार मिला है। लोग इनसे जुड़ाव महसूस करते हैं और इनमें निभाए गए किरदारों को भी असल जीवन में सम्मान देते हैं। कई कलाकारों ने इन्हीं धार्मिक शोज और फिल्मों से अपनी अलग पहचान बनाई है। खासकर, जब रामानंद सागर की रामायण आई थी, तो अरुण गोविल (भगवान राम) और दीपिका चिखलिया (माता सीता) को लोग असल में भगवान की तरह पूजने लगे थे।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान राम का किरदार सिर्फ हिंदू कलाकारों ने ही नहीं, बल्कि कई मुस्लिम कलाकारों ने भी निभाया है? दिलचस्प बात यह है कि धर्म को न देखते हुए दर्शकों ने उन्हें भी उतना ही प्यार दिया और उनकी भूमिका को सराहा। आइए, जानते हैं उन मुस्लिम एक्टर्स के बारे में, जिन्होंने भगवान राम का किरदार निभाकर दर्शकों का दिल जीत लिया।
खलील – राम और कृष्ण दोनों बने
30 और 40 के दशक में माइथोलॉजिकल फिल्मों की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही थी। उस दौर के मशहूर अभिनेता खलील ने भगवान राम और भगवान कृष्ण दोनों का किरदार निभाया था। खास बात यह थी कि वे एक मुस्लिम कलाकार थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने 6-7 फिल्मों में भगवान राम का रोल निभाया। उनके अभिनय को इतना पसंद किया गया कि लोग उन्हें भगवान राम के रूप में देखने लगे।
मुस्तफा सिराज खान – जय हनुमान में बने भगवान राम
1997 में प्रसारित हुआ प्रसिद्ध धार्मिक शो 'जय हनुमान' भी दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ था। इस शो में अभिनेता मुस्तफा सिराज खान ने भगवान राम का किरदार निभाया था। मुस्तफा सिराज खान इससे पहले कई फिल्मों और सीरियल्स में विलेन के रूप में नजर आ चुके थे, लेकिन जब उन्होंने भगवान राम का रोल निभाया, तो लोगों ने उनके काम को बहुत सराहा। दर्शकों ने उन्हें इतना पसंद किया कि वे भी अरुण गोविल की तरह भगवान राम के रूप में पहचाने जाने लगे।
रामायण पर बनीं हैं कई फिल्में और सीरियल्स
रामायण पर अब तक कई शोज और फिल्में बनाई जा चुकी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 48 फिल्में और 11 टीवी शोज रामायण पर आधारित रह चुके हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। इन सभी में भगवान राम के किरदार को लेकर दर्शकों ने विशेष रूप से ध्यान दिया है।
धर्म से ऊपर था अभिनय
इन कलाकारों की खासियत यह थी कि उन्होंने अपने धर्म से ऊपर उठकर भगवान राम का किरदार निभाया और पूरी श्रद्धा के साथ इस भूमिका को निभाया। दर्शकों ने भी उनकी मेहनत को पहचानते हुए धर्म की सीमाओं को तोड़कर उन्हें खूब प्यार और सम्मान दिया। यह दर्शाता है कि भारतीय समाज में संस्कृति और परंपराओं के प्रति सम्मान किसी एक धर्म तक सीमित नहीं, बल्कि हर व्यक्ति के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है।