''मुगलों पर 8 चैप्टर और भारतीय साम्राज्यों पर सिर्फ एक'', इस एक्टर ने NCERT की किताबों को लेकर दिया बड़ा बयान
Friday, May 02, 2025-12:56 PM (IST)

बाॅलीवुड तड़का : फिल्म 'केसरी चैप्टर 2' में दमदार अभिनय के लिए चर्चित एक्टर आर. माधवन इन दिनों अपनी एक्टिंग के साथ-साथ अपने विचारों को लेकर भी सुर्खियों में हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने स्कूली इतिहास की किताबों में दिखाए जा रहे भारतीय इतिहास को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं।
इतिहास में दक्षिण भारत की अनदेखी पर चिंता
आर. माधवन ने कहा कि जब उन्होंने स्कूल में इतिहास पढ़ा, तब उन्होंने देखा कि, मुगलों पर 8 चैप्टर, हड़प्पा और मोहनजोदड़ो पर 2 चैप्टर, ब्रिटिश शासन पर 4 चैप्टर थे, लेकिन चोल, पल्लव, चेर और पांड्य जैसे दक्षिण भारतीय साम्राज्यों पर सिर्फ एक चैप्टर था।' उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि चोल साम्राज्य, जिसने 2400 वर्षों तक शासन किया और जिसका व्यापार रोम और प्रभाव कोरिया तक फैला, उस पर सिर्फ एक छोटा चैप्टर दिया गया।
इतिहास किसका और कैसा बताया गया है?
माधवन ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि कौन तय करता है कि इतिहास में क्या पढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा, 'तमिल दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है, लेकिन इसके बारे में बहुत कम पढ़ाया जाता है। हमारी संस्कृति और उसमें छिपे वैज्ञानिक ज्ञान का मजाक उड़ाया जाता है।'
एनसीईआरटी पर उठे सवाल
उनकी यह टिप्पणी उस समय आई है जब NCERT द्वारा इतिहास की किताबों में मुगल और दिल्ली सल्तनत से जुड़े कई हिस्सों को हटाया गया है। उनकी जगह सरकारी योजनाओं, पवित्र स्थलों और त्योहारों को जोड़ा गया है। इस बदलाव को लेकर देशभर में बहस छिड़ी हुई है- कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ आलोचना।
'केसरी चैप्टर 2' को लेकर भी दी सफाई
माधवन ने अपनी हालिया फिल्म 'Kesari Chapter 2: The Untold Story of Jallianwala Bagh' को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि, 'अगर हम सच्चाई दिखा रहे हैं तो उसे 'क्रिएटिव फ्रीडम' कहकर बदनाम मत कीजिए। यह इतिहास का एक और पहलू है जो सामने लाना ज़रूरी है।'
ब्रिटिश इतिहास पर भी जताया विरोध
उन्होंने कहा कि ब्रिटिश इतिहासकारों ने स्वतंत्रता सेनानियों को लुटेरा और आतंकी बताया, और इस तरह इतिहास को सफेद किया गया। उन्होंने जलियांवाला बाग की घटना का उदाहरण देते हुए कहा, जनरल डायर की पोती तक ने कहा था कि हमें गोली मार देनी चाहिए थी। उन्होंने गोली चलाना सिर्फ इसलिए बंद किया क्योंकि गोलियां खत्म हो गई थीं। क्या यही सही इतिहास है?'