भाग्यलक्ष्मी ने FEFKA से दिया इस्तीफा, एक्टर दिलीप को बहाल करने की तैयारी पर जताया कड़ा विरोध

Tuesday, Dec 09, 2025-04:15 PM (IST)

मुंबई. मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में एक बार फिर हलचल मच गई है। जानी-मानी एक्ट्रेस भाग्यलक्ष्मी ने केरल फिल्म कर्मचारी महासंघ (FEFKA) की प्राइमरी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उनका यह कदम एक्टर दिलीप को संगठन में दोबारा शामिल किए जाने की संभावित कोशिशों के खिलाफ एक कड़ा संदेश माना जा रहा है।

दिलीप हाल ही में 2017 के हाई-प्रोफाइल यौन उत्पीड़न मामले में सेशन कोर्ट से बरी हुए हैं। कोर्ट के फैसले के तुरंत बाद कुछ फिल्म यूनियनों ने संकेत दिया था कि यदि दिलीप दोबारा आवेदन करते हैं, तो उन्हें लौटने की अनुमति दी जा सकती है। इसी निर्णय ने इंडस्ट्री में गर्म बहस छेड़ दी है।

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भाग्यलक्ष्मी ने इस्तीफा देते हुए कहा कि यह मामला अभी भी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने याद दिलाया कि अभी केवल सेशन कोर्ट का निर्णय आया है।उन्होंने कहा कि इतने गंभीर मामले में इतनी जल्दी किसी को “निर्दोष” मान लेना पीड़िता के साथ अन्याय है। उनके अनुसार, अंतिम और निर्णायक फैसला केवल सुप्रीम कोर्ट ही दे सकता है।


 

FEFKA पर उठाए गंभीर सवाल

भाग्यलक्ष्मी ने साफ कहा कि उन्हें इस बात की गहरी निराशा है कि जिस संगठन को बनाने में उन्होंने वर्षों साथ दिया, वही आज महिलाओं के पक्ष में नहीं खड़ा हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कई दिग्गज निर्माता और निर्देशक खुले तौर पर यह कहते सुने गए कि “दिलीप इस मामले से आसानी से बच निकलेंगे”-जिससे उन्हें गहरी पीड़ा हुई।

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उन्नीकृष्णन के बयान के बाद इस्तीफा

FEFKA के महासचिव बी. उन्नीकृष्णन के हालिया बयान में कहा गया था कि दिलीप को पहले “फौरन” निलंबित किया गया था और यदि वे अनुरोध करें तो उन्हें “उतनी ही जल्दी” बहाल किया जा सकता है। इसके बाद प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ने भी इसी तरह की बात कही।


इन प्रतिक्रियाओं को देखकर भाग्यलक्ष्मी ने सार्वजनिक रूप से अपना पद छोड़ने का फैसला किया। एक्ट्रेस ने आरोप लगाया कि फिल्म इंडस्ट्री के तीन प्रमुख संगठन मिलकर पीड़ित की आवाज को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं। किसी ने भी पीड़िता का हाल जानने, उससे बात करने या उसे समर्थन देने की कोशिश नहीं की।

उन्होंने कहा कि पीड़िता की पीड़ा और संघर्ष उन्होंने अपनी आंखों से देखा है और ऐसे माहौल में किसी भी संवेदनशील व्यक्ति का शांत रहना मुश्किल है।

2017 का मामला 
2017 में मलयालम एक्ट्रेस से जुड़े यौन उत्पीड़न और अपहरण का यह हाई-प्रोफाइल केस सामने आया था। दिलीप पर साजिश रचने का आरोप लगा था। 8 साल बाद आए सेशन कोर्ट के फैसले में उन्हें बरी कर दिया गया। छह अन्य आरोपी दोषी पाए गए। दिलीप के बरी होते ही उनके दोबारा इंडस्ट्री में सक्रिय होने की बात उठने लगी, जिसे लेकर कई कलाकारों और कार्यकर्ताओं ने असहमति जताई।

भाग्यलक्ष्मी का अंतिम संदेश

इस्तीफे के साथ भाग्यलक्ष्मी ने कहा: “यदि मेरा संगठन महिलाओं और पीड़ितों के साथ खड़ा नहीं है, तो मैं उस संगठन में नहीं रह सकती। वे शिकार और शिकारी दोनों के साथ चल रहे हैं, और यह अत्यंत शर्मनाक है।”
 


Content Writer

suman prajapati

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