क्यों किन्नर अखाड़े ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर चुना? जानिए कैसे मिलीं ‘श्री यमाई ममता नंद गिरि’ नाम की उपाधि
Saturday, Jan 25, 2025-03:04 PM (IST)
बाॅलीवुड तड़का : पूर्व बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी इन दिनों सुर्खियों में हैं। 24 जनवरी 2025 को उन्होंने प्रयागराज में महाकुंभ में अपनी आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत की और किन्नर अखाड़े में 'महामंडलेश्वर' की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने पवित्र संगम पर पिंडदान भी किया।
किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनने का कारण
ममता ने अपनी आध्यात्मिक यात्रा और किन्नर अखाड़े में 'महामंडलेश्वर' चुने जाने के बारे में बात करते हुए कहा कि यह निर्णय उनके जीवन की एक विशेष यात्रा का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि वे पिछले 23 सालों से ध्यान और साधना कर रही हैं, और इस दौरान उन्हें हर प्रकार की परीक्षा से गुजरना पड़ा। जब वे इन परीक्षाओं में सफल रही, तब उन्हें 'महामंडलेश्वर' की उपाधि दी गई। इस दौरान ममता की आंखों से आंसू बह रहे थे।
नाम बदला – 'श्री यमाई ममता नंद गिरि'
महामंडलेश्वर बनने के बाद ममता ने अपना नाम बदलकर 'श्री यमाई ममता नंद गिरि' रख लिया है। यह उपाधि दशनामी संप्रदाय के हिंदू भिक्षुओं के लिए होती है, और इसका उद्देश्य सनातन धर्म का प्रचार करना है। किन्नर अखाड़े की स्थापना 2015 में हुई थी और यह ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को आध्यात्मिक क्षेत्र में शामिल करने के लिए समर्पित है।
लक्ष्मी नारायण का बयान
बातचीत करते हुए लक्ष्मी नारायण ने ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनाए जाने पर कहा कि ममता पिछले डेढ़ साल से किन्नर अखाड़े के संपर्क में हैं और अब उन्हें यह पद दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि ममता को किसी भी भक्ति पात्र का किरदार निभाने की इजाजत दी जाएगी, क्योंकि किन्नर अखाड़ा किसी को अपनी कला का प्रदर्शन करने से नहीं रोकता।
ममता कुलकर्णी का फिल्मी करियर
90 के दशक में ममता कुलकर्णी बॉलीवुड की सबसे चर्चित और डिमांडिंग एक्ट्रेसेस में से एक थीं। उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों जैसे करण अर्जुन, चाइना गेट, तिरंगा, आशिक आवारा, क्रांतिवीर, बाजी, सबसे बड़ा खिलाड़ी और पुलिसवाला गुंडा में काम किया। हालांकि, उनका करियर उस समय रुक गया जब उनका नाम ड्रग माफिया विक्की गोस्वामी से जुड़ा, जिससे उनकी फिल्मी दुनिया में वापसी नहीं हो पाई।