'बंगाल में हालात खराब...', BJP नेता मिथुन चक्रवर्ती बोले- अब राष्ट्रपति शासन की जरूरत

Saturday, Apr 19, 2025-04:56 PM (IST)

बाॅलीवुड तड़का : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, मालदा और दक्षिण 24 परगना जिलों में वक्फ कानून में संशोधन के विरोध में 11 अप्रैल को हुई हिंसा के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई है। इस हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हुई है। कई इलाकों में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।

इस पर मिथुन चक्रवर्ती ने की राष्ट्रपति शासन की मांग

हिंसा के बाद बीजेपी नेता और अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, 'मैं केंद्रीय गृह मंत्री से बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की अपील करता हूं। अगले चुनाव सेना की निगरानी में कराए जाएं। हम निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव चाहते हैं।' मिथुन ने दावा किया कि दंगा प्रभावित इलाकों में हिंदू समुदाय को घर छोड़ने पर मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप भी लगाया और कहा कि बंगाल की स्थिति लगातार बिगड़ रही है।

कहां और कैसे फैली हिंसा?

हिंसा की शुरुआत मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज इलाके से हुई, जहां वक्फ कानून में बदलाव को लेकर प्रदर्शन उग्र हो गया। भीड़ ने पुलिस की गाड़ियों को आग लगा दी और सुरक्षाबलों से भिड़ गई। पास के सूती इलाके में भी आगजनी और हिंसा की घटनाएं हुईं।इस दौरान एजाज अहमद नाम के युवक की गोली लगने से मौत हो गई। वहीं शमशेरगंज में 70 वर्षीय हरगोबिंदो दास और उनके बेटे चंदन दास की उनके घर में घुसकर हत्या कर दी गई। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस घटनास्थल पर चार घंटे बाद पहुंची।

राज्यपाल का भी आया बयान

राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने भी राज्य की स्थिति पर चिंता जताई और कहा, 'बंगाल में हिंसा और भ्रष्टाचार कैंसर की तरह फैल रहा है। चुनाव और संकट के समय यहां अक्सर हिंसा भड़कती है। यह स्थिति अब असहनीय हो चुकी है, किसी भी सभ्य समाज में इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।'

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र पर लगाया आरोप

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा के लिए बीजेपी और केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन को लेकर जल्दबाजी एक पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा थी। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा, 'आप जिस डाल पर बैठे हैं, उसी को काटने की कोशिश कर रहे हैं। मोदी जी से अनुरोध है कि वे शाह को रोके, वो एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं।' ममता ने यह भी कहा कि बीजेपी फर्जी मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए बंगाल को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बीजेपी की साजिश में न फंसें। 'हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। बंगाल की संस्कृति में नफरत की कोई जगह नहीं है।'

विधानसभा चुनाव से पहले गरमाई राजनीति

बंगाल में 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन हिंसा और बयानबाज़ी के चलते राजनीतिक माहौल अभी से तेज़ हो गया है। टीएमसी और बीजेपी दोनों ही अपने-अपने वोटर्स को साधने में जुट गई हैं। राज्य में मुस्लिम आबादी भी बड़ी संख्या में है, ऐसे में धार्मिक ध्रुवीकरण का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है।

स्थिति फिलहाल तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन प्रशासन की ओर से हालात को काबू में करने की कोशिशें जारी हैं। विपक्ष और सत्ताधारी पार्टी के बीच तीखी बहस और आरोप-प्रत्यारोप से साफ है कि बंगाल की राजनीति आने वाले महीनों में और गर्माने वाली है।


 


Content Editor

Mehak

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