'रामायण को स्कूल स‍िलेबस में शामिल करें, ये जीवन का आदर्श, सिर्फ सनातन धर्म का नहीं' टीवी के 'राम' की सरकार को सलाह

Tuesday, Feb 06, 2024-12:22 PM (IST)

मुंबई: एक्टर अरुण गोविल ने रामानंद सागर की रामायण में राम का किरदार निभाकर खूब चर्चा बटोरी। इतने सालों बाद भी जह अरुण गोविल घर से बाहर निकलते हैं तो लोग उनकी पूजा करने लग जाते हैं। वहीं अगर ये कहें कि उनकी रग-रग में भगवान राम बसते हैं तो ये कहना गलत नहीं होगा।

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चाहे उनका सोशल मीडिया हैंडल हो या फिर उनके बयान, सभी 'रामायण' और भगवान राम के इर्द-गिर्द रहते हैं। वहीं अब वाराणसी दौरे के दौरान  एक्टर ने कहा कि रामायण सबके लिए जीवन दर्शन है। इसे पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए। हर बच्चे को स्कूल और कॉलेज में इसे पढ़ाया जाना चाहिए।

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अरुण गोविल ने कहा-'रामायण को एकदम से धार्मिक कह देने का कोई औचित्य नहीं है, जस्टिफाई नहीं है। रामायण हमारा जीवन दर्शन है। रामायण हमें ये बताती है कि सिर्फ हमें ही नहीं सबको कैसे जीना चाहिए। रिश्ते कैसे होने चाहिए। धैर्य कितना होना चाहिए। इंसान शांति कैसे पा सकता है। ये सबके लिए है। सिर्फ सनातनी लोगों के लिए नहीं है। ये हमारे पाठ्यक्रम में जरूर होनी चाहिए।'

 

रामानंद सागर की 'रामायण' साल 1987 में शुरू हुई थी। इसमें अरुण गोविल ने राम, दीपिका चिखलिया ने सीता और सुनील लहरी ने लक्ष्मण का किरदार निभाया था। जब देश में कोरोना वायरस महामारी आई थ, तब दूरदर्शन पर इस सीरियल को फिर से टेलिकास्ट किया गया था और ये टीआरपी में फिर नंबर वन आया था। वहीं अब एक बार फिर से दूरदर्शन पर इसका प्रसारण होने जा रहा है।


Content Writer

Smita Sharma

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