'न्यूज़ के नाम पर तमाशा', समाचार चैनलों की रिपोर्टिंग पर एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा का फूटा गुस्सा
Friday, May 09, 2025-03:53 PM (IST)

बाॅलीवुड तड़का : भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा ने मौजूदा हालातों पर अपनी राय सोशल मीडिया के जरिए साझा की है। सोनाक्षी ने भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) के एक ट्वीट को शेयर करते हुए समाचार चैनलों की रिपोर्टिंग पर नाराज़गी जताई है।
मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस की मीडिया से अपील
हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने एक ट्वीट के ज़रिए मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से अपील की थी कि वे देश की सुरक्षा से जुड़े ऑपरेशनों की लाइव कवरेज या रियल-टाइम रिपोर्टिंग से बचें। मंत्रालय ने कहा कि इससे सुरक्षाबलों की रणनीति और जान दोनों को खतरा हो सकता है। उन्होंने कारगिल युद्ध, 26/11 आतंकी हमले और कंधार विमान अपहरण जैसी घटनाओं का उदाहरण देते हुए सभी से केबल टेलीविजन नेटवर्क (संशोधन) नियम, 2021 के खंड 6(1)(p) के अनुसार केवल अधिकृत अधिकारी ही आतंकवाद के खिलाफ चल रही कार्रवाई के बारे में जानकारी देने के लिए अधिकृत होते हैंसरकार ने मीडिया और नागरिकों से राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए ज़िम्मेदारी से रिपोर्टिंग करने की अपील की है।
सोनाक्षी सिन्हा ने शेयर किया पोस्ट
सोनाक्षी ने इसी ट्वीट को शेयर करते हुए अपने इंस्टाग्राम स्टोरी में समाचार चैनलों की रिपोर्टिंग पर नाराज़गी जताते हुए लिखा- 'हमारे समाचार चैनल एक मज़ाक बन चुके हैं। मैं इन सब ड्रामा, साउंड इफेक्ट्स और चिल्लाने वाली रिपोर्टिंग से तंग आ चुकी हूं। आप लोग क्या कर रहे हो? सिर्फ सच्चाई बताओ- जैसे वो है। कृपया युद्ध को सनसनीखेज बनाना बंद करो और जनता में डर मत फैलाओ। लोग पहले से ही परेशान हैं। लोग एक भरोसेमंद न्यूज़ सोर्स ढूंढना चाहते हैं… कृपया 'न्यूज़' के नाम पर ये तमाशा दिखाना बंद करें।'
जमीनी हालात पर जताई चिंता
सोनाक्षी का यह बयान उस समय आया है जब ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने POK और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया और इसके जवाब में पाकिस्तान ने जम्मू, पठानकोट और उधमपुर जैसे इलाकों में ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की। इससे बॉर्डर इलाकों में रहने वाले नागरिकों में तनाव की स्थिति बन गई है।
क्या है सोनाक्षी का मकसद?
सोनाक्षी का मकसद साफ है- वह चाहती हैं कि मीडिया जिम्मेदार भूमिका निभाए, ताकि देश के आम नागरिकों के बीच डर और भ्रम ना फैले। उन्होंने यह भी इशारा किया कि ज़रूरत से ज़्यादा डर फैलाने वाली कवरेज देश के माहौल को और बिगाड़ सकती है।