''रमजान में राम और दिवाली में अली है..अमाल मलिक ने अपने धर्म पर की बात, कहा- मैं मुस्लिम पिता और हिंदू मां की संतान..
Tuesday, Jul 15, 2025-02:34 PM (IST)

मुंबई. म्यूजिक कम्पोजर अमाल मलिक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप का खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि धर्म अलग होने की वजह से गर्लफ्रेंड के माता-पिता ने रिश्ते के लिए मना कर दिया था, जिससे उन्हें गहरा सदमा पहुंचा था। वो बुरी तरह टूट गए थे। वहीं, अब हाल ही में सिंगर ने खुल कर धर्म के बारे में बात की और एक्स पर एक लंबा-चौड़ा पोस्ट शेयर कर अपना पक्ष रखा।
अमाल मलिक ने अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्होंने किसी कम्यूनिटी के खिलाफ कुछ नहीं कहा है। उन्होंने लिखा- 'हर कोई जो ये लिख रहा है कि मैंने एक कम्यूनिटी के खिलाफ कैसे बोला, तो बता दूं आप पूरी तरह से गलत हैं। मैंने एक मुस्लिम पिता और एक हिंदू मां की संतान होने के नाते अपनी पसंद के बारे में बात की थी। ये एक धर्मनिरपेक्ष मानसिकता है, मुझे जहां शांति मिलती है, मैं वहीं जाता हूं, फिर चाहे मस्जिद हो, मंदिर यो फिर चर्च हो। मुझे नहीं लगता कि कुछ लोग ये समझते हैं कि हम सभी पहले भारतीय हैं। उसके बाद ही कोई धार्मिक या आध्यात्मिक बैज को पहनते हैं।'
अमाल मलिक ने आगे लिखा, 'मेरे सभी भारतीय भाइयों को, जिन्हें मेरी कुछ बातों का बुरा लगा, मैं उनसे माफी मांगना चाहता हूं, लेकिन मैं अपनी लाइफ की बेहद सिंपल समझ रखता हूं। ये बात बस याद रखें कि रमजान में राम और दिवाली में अली है। इसलिए इन खबरों से खुद को अंधा न होने दें और मेरी असल बातचीत और भावनाओं को इग्नोर न करें। मुझ पर बहुत कीचड़ उछाला जा रहा है और पॉडकास्ट में दिए गए मेरे स्टेटमेंट्स का इस्तेमाल करके, इंटरनेट पर साम्प्रदायिक तौर पर गलत जानकारी फैला रहे हैं। इसके झांसे में न आएं। सभी को मेरा प्यार।'
अमाल मलिक ने 'सिद्धार्थ कन्नन' के साथ इंटरव्यू में बताया था कि वह पांच साल से रिलेशनशिप में थे। जब वह एक शो में परफॉर्म करने जा रहे थे, तो उसकी गर्लफ्रेंड ने उन्हें फोन करके बताया कि वह शादी कर रही है। लेकिन अगर सिंगर आते हैं तो वह उनके साथ भाग जाएगी। लेकिन अमाल राजी नहीं हुए। उन्होंने उससे कहा, 'अगर तुम्हारे माता-पिता मेरे धर्म को एक्सेप्ट नहीं कर सकते और मेरे करियर का सम्मान नहीं कर सकते, तो मैं तुम्हें शुभकामनाएं देता हूं।' उन्होंने यह भी खुलासा किया था कि उनमें इस्लाम का कोई 'मैं' नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैं धर्म का पूरी तरह से पालन नहीं करता। मैं बहुत कम धार्मिक इंसान हूं। मैं कर्म में यकीन करता हूं। लेकिन सभी धर्म का सम्मान करता हूं।'