महिला से रेप और वीडियो बना ब्लैकमेल किया..14 दिनों की न्यायिक हिरासत में ये रिश्ता क्या कहलाता है फेम आशीष कपूर
Monday, Sep 08, 2025-10:12 AM (IST)

मुंबई: टीवी एक्टर आशीष कपूर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उन्हें 24 साल की महिला के साथ कथित सामूहिक बलात्कार के सिलसिले में पिछले हफ्ते पुणे से गिरफ्तार किए गया था। मामले की जांच कर रही टीम ने कोर्ट में बताया कि उन्हें अभी तक महिला का मोबाइल फोन बरामद नहीं हुआ है जिसके बारे में उनका दावा है कि वह हमले के दौरान छीन लिया। इसके साथ ही आरोपियों के उपकरण भी बरामद नहीं हुए हैं।
बता दें गुरुग्राम में रहने वाली महिला की शिकायत के अनुसार उसे 10 अगस्त को दिल्ली के सिविल लाइंस में एक हाउस पार्टी में आमंत्रित किया गया था। उसने आरोप लगाया कि आशीष कपूर और उसके दोस्त उसे जबरन शौचालय में ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया। उन्होंने इस कृत्य का वीडियो भी बनाया। उसने यह भी दावा किया कि पार्टी में मौजूद एक महिला ने उसके साथ मारपीट की और वीडियो लीक करने की धमकी दी। महिला ने कहा कि घटना के बाद उसका फोन छीन लिया गया। 11 अगस्त को सामूहिक बलात्कार और हमले के आरोपों के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई। आशीष कपूर को इस मामले में मुख्य अपराधी बताया गया।
पुलिस ने बताया 40 साल के अभिनेता तीन हफ़्तों तक गिरफ्तारी से बचता रहा। आखिरकार उसे पिछले मंगलवार को पुणे में एक दोस्त के घर से गिरफ्तार कर लिया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमें सूचना मिली थी कि वह गोवा में है लेकिन जब तक टीम पहुंची वह भाग गया। बाद में उसे पुणे में ट्रैक किया गया जहां उसे पकड़ लिया गया। रविवार को पुलिस ने पुष्टि की कि कपूर का एम्स में मेडिकल पोटेंसी टेस्ट हुआ था। इस टेस्ट के नतीजों का इंतज़ार है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी ने उसका फोन छीनने से पहले इस हरकत को उसमें रिकॉर्ड कर लिया था। अधिकारियों ने कहा कि गुम हुए फोन का पता लगाना जांच का एक अहम हिस्सा है। एक जांचकर्ता ने कहा कि तकनीकी विश्लेषण के अनुसार फोन आखिरी बार सिविल लाइंस इलाके में सक्रिय था जहां पार्टी हुई थी। हमने आरोपी के घर और उसके परिवार के रेस्टोरेंट की तलाशी ली लेकिन वह नहीं मिला पुलिस ने अभी तक पुणे में उन उपकरणों की तलाश नहीं की है जहां कपूर छिपा हुआ था।
हालांकि शुरुआती एफआईआर में कपूर, उसके दोस्त, दोस्त की पत्नी और दो अन्य लोगों पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया गया था, लेकिन बाद में शिकायतकर्ता ने अपने बयान में बदलाव किया। उसने अपने आरोप को सिर्फ़ कपूर द्वारा बलात्कार तक सीमित कर दिया और बाकी लोगों के खिलाफ आरोप वापस ले लिए।