सांवली त्वचा को लेकर बिपाशा ने सुनाई आपबीती, बोलीं ''बचपन से सुनने पड़े ताने, काम से ज्यादा रंग की चर्चा करते थे लोग''
Friday, Jun 26, 2020-02:51 PM (IST)
बॉलीवुड तड़का टीम. 45 साल बाद फेमस क्रीम फेयर एंड लवली का नाम बदलने जा रहा है। हिंदूस्तान यूनिलिवर कंपनी के इस फैसले की बॉलीवुड इंडस्ट्री की कई एक्ट्रेसेस ने सराहना की है और सोशल मीडिया पर इससे संबंधित पोस्ट भी शेयर किया है। इस खबर के सामने आते ही बिपाशा बसु ने सोशल मीडिया पर अपने सांवले रंग की आपबीती सुनाई है।
बिपाशा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, जब मैं बड़ी हो रही था तब से मैंने हमेशा यही सुना है, बोनी सोनी तुलना से ज्यादा काली है। मेरी मां सांवली है और मैं भी उसकी तरह दिखती हूं। मुझे कभी पता नहीं चला कि मेरे रिश्तेदार इस बारे में चर्चा क्यों करते थे'।
मैने 15-16 की उम्र में मॉडलिंग शुरू कर दी थी और फिर मैने सुपर मॉडल प्रतियोगिता जीती। मुझे सभी समाचार पत्रों में पढ़ने को मिला कि कोलकाता की सांवली लड़की विजेता है। फिर मुझे से आश्चर्य हुआ कि डस्की मेरा पहला विशेषण क्यों है? फिर मैं एक मॉडल के तौर पर काम करने के लिए न्यूयॉर्क और पेरिस गई और मुझे एहसास हुआ कि मेरी त्वचा का रंग वहां पर विदेशी था और मुझे इसकी वजह से अधिक काम और अट्रैक्शन मिला।
फिर जब मैं भारत वापस आई और फिल्म में ऑफर मिलने लगे और आखिरकार मैंने अपनी पहली फिल्म की, मैं इंडस्ट्री से पूरी तरह अजनबी थी। अचानक ही मुझे अपना लिया गया और पसंद किया गया। डस्की लड़की ने अपनी पहली फिल्म से दर्शकों को खूब आकर्षित किया। मेरे ज्यादातर आर्टिकल में मैंने जितना काम किया उससे ज्यादा चर्चा मेरे रंग की थी। मेरे को ये समझ नहीं आया। मेरे ख्याल से सेक्सी एक पर्सनालिटी है ना कि रंग। क्यों मेरे सांवलेपन के चलते मुझे बाकी एक्ट्रेस से अलग समझा गया। मुझे ज्यादा फर्क नहीं समझ आता मगर लोग बनाते हैं।
यहां एक मानसिकता है खूबसूरती की और कैसे एक एक्ट्रेस को दिखना और बिहेव करना चाहिए। मैं जैसी भी हूं मुझे मैं बचपन से ही पसंद थी। मेरा रंग मुझे परिभाषित नहीं करता और मैं इसे बदलना नहीं चाहती। पिछले 18 सालों में कई बड़े बजट के सारे स्किन केयर एंडोर्समेंट मुझे ऑफर हुए थे, मगर मैं अपने सिद्धांत पर अड़ी रही। इसे रोकने की जरूरत है। ये एक गलत सपना है जिसे हम बेच रहे हैं कि सिर्फ साफ रंग ही प्यार है और खूबसूरत है। जबकि देश की ज्यादातर जनसंख्या सांवली है। ये ब्रांड का बड़ा फैसला है और बाकियों को भी इसे अपनाना चाहिए।