विरासत का सुर छेड़ते हुए: जनाई भोसले, ए.आर. रहमान के साथ पहुंचीं ग्लोबल स्टेज पर
Monday, Aug 11, 2025-04:32 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। संगीत वो पुल है जो पीढ़ियों को जोड़ देता है और 23 साल की सिंगर जनाई भोसले इसका ज़िंदा सबूत हैं। उन्होंने म्यूज़िक के जादूगर ए.आर. रहमान के साथ द वंडरमेंट टूर (US) में हाथ मिलाया है, लगभग 30 साल बाद जब उनकी दादी, लीजेंडरी आशा भोसले ने रहमान के साथ रंगीला (1995) एल्बम में इतिहास रच दिया था।
जनाई कहती हैं, “जैसे ही सुना कि रहमान सर के साथ काम करने का मौका है, मैं सन्न रह गई। लेकिन साथ ही एक भारी ज़िम्मेदारी भी महसूस हुई। उनकी धुनें तो मास्टरपीस हैं और मेरी दादी ने उन्हें बेमिसाल अंदाज़ में गाया है। मैं कहीं कम न पड़ जाऊँ, यही डर था।” लेकिन रहमान और दादी के हौसले ने उनका आत्मविश्वास बढ़ा दिया। “दोनों ने कहा, अपने अंदाज़ में गाओ।”
3 मई को नवी मुंबई के डी.वाई. पाटिल स्टेडियम में टूर का पहला शो उनके लिए लाइफ़-चेंजिंग था। “उस दिन स्टेज पर गाए गए दोनों गानों पर ऑडियंस का रिस्पॉन्स देख मुझे राहत, खुशी और तसल्ली सब एक साथ महसूस हुई।”
तब से जनाई रहमान की टीम के साथ सख़्त ट्रेनिंग कर रही हैं। उनके लिए ऑस्कर-विनिंग कंपोज़र के साथ काम करना किसी संगीतिक तपस्या से कम नहीं। “उनके साथ रहते हुए हर पल कुछ नया सीखते हैं और दिल करता है कि बस और बेहतर होते जाओ।”
फिर भी, रहमान के साथ काम करते हुए उनकी दादी का असर आज भी उनके आर्टिस्टिक फैसलों में झलकता है। “दादी ने सबसे बड़ा सबक दिया है, अपनी पहचान बनाए रखो। वो हमेशा कहती हैं, ‘खुद की तरह गाओ, और जो सही लगे उस पर भरोसा करो।’”