जमानत मिलने के बावजूद, फिर भी रातभर जेल में क्यों रहे अल्लू अर्जुन?

Saturday, Dec 14, 2024-11:43 AM (IST)

बाॅलीवुड तड़का : साउथ के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन को 13 दिसंबर को तेलंगाना पुलिस ने गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी 4 दिसंबर को उनकी फिल्म पुष्पा 2 के प्रीमियर में हुई भगदड़ में एक 35 साल की महिला की मौत के मामले में हुई। इस घटना के बाद अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार कर उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की खबरें आई थीं। हालांकि, तेलंगाना उच्च न्यायालय ने उन्हें अंतरिम जमानत दे दी, लेकिन जमानत मिलने के बावजूद वह रातभर जेल में रहे। आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों हुआ।

जमानत के बाद भी क्यों जेल में रहे अल्लू अर्जुन?

अल्लू अर्जुन को जमानत मिल गई थी, लेकिन फिर भी 13 दिसंबर की रात वह जेल में ही रहे। जेल सूत्रों के अनुसार, उच्च न्यायालय से जमानत का आदेश मिलने के बाद भी जमानत की प्रति देर रात तक जेल अधिकारियों को नहीं मिली थी, जिसके कारण वह रातभर जेल में ही रहे।

सूत्रों ने बताया कि अगर जमानत की प्रति जल्दी मिल भी जाती, तो भी जेल से उनका बाहर आना मुमकिन नहीं था क्योंकि जमानत की प्रति की जांच करनी होती, जिसमें समय लगता है।

4 हफ्ते की अंतरिम जमानत

स्थानीय अदालत ने अल्लू अर्जुन को न्यायिक हिरासत में भेजने के बाद, उच्च न्यायालय ने उन्हें 4 हफ्ते की अंतरिम जमानत दे दी। मामले की अगली सुनवाई 21 जनवरी, 2025 को होगी।

अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी का मामला

यह पूरा मामला 4 दिसंबर का है, जब अल्लू अर्जुन अपनी फिल्म पुष्पा 2 के प्रीमियर के लिए हैदराबाद गए थे। वहां फिल्म देखने के लिए भीड़ इकट्ठी हो गई, जिसके कारण भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए।

इस घटना के बाद 5 दिसंबर को पुलिस ने केस दर्ज किया और 7 दिसंबर को अल्लू अर्जुन ने एक वीडियो जारी कर महिला की मौत पर दुख जताया। उन्होंने पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये की मदद देने का ऐलान भी किया।

राजनीति में भी उबाल

अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी को लेकर राजनीति भी गर्म हो गई है। भाजपा और बीआरएस ने तेलंगाना में सत्तारूढ़ कांग्रेस पर सवाल उठाए हैं, और अल्लू अर्जुन के साथ किए गए व्यवहार को लेकर आलोचना की है। वहीं, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष महेश कुमार गौड़ ने पलटवार करते हुए कहा कि कानून सबके लिए बराबर है और वे अपना काम करेंगे।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि कानून सबके लिए समान है। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी उस महिला के बारे में बात नहीं कर रहा है जो मरी है या उसके बेटे के बारे में जो अब भी कोमा में है। जब वह कोमा से बाहर आएगा, तो उसकी मां उसके पास नहीं होगी।


 


News Editor

Rahul Rana

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