वनवास खत्म :7 साल बाद गोविंदा के घर पहुंचे कृष्णा अभिषेक, मामा-भांजे के गिले शिकवे का The End मगर मामी अब तक नाराज !
Wednesday, Oct 23, 2024-02:07 PM (IST)
मुंबई: फेमस कॉमेडियन कृष्णा अभिषेक और बॉलीवुड एक्टर गोविंदा का झगड़ा तो जग जाहिर है। लेकिन अब 7 साल बाद दोनों का झगड़ा फाइनली खत्म हो गया है। कृष्णा का वनवास खत्म हो गया है क्योंकि वह 7 साल बाद पने मामा के घर पहुंचे। उनका हाल-चाल लिया। मालूम हो कि गोविंदा से मिसफायर हो गया था और उनके पैर पर गोली लग गई थी। वो 3-4 दिन तक हॉस्पिटल में एडमिट थे। गोविंदा के भांजे कृष्णा अभिषेक उस वक्त काम के सिलसिले में ऑस्ट्रेलिया में थे पर उनकी वाइफ कश्मीरा शाह भी गोविंदा से मिलने गई थीं।
ऐसे में जैसे ही ऑस्ट्रेलिया से लौटे गोविंदा से मिलने उनके घर गए। वहीं अब उन्होंने एक वेब पोर्टल को गोविंदा की तबीयत के बारे में बताया। कृष्णा अभिषेक ने कहा-'जब मैंने ची ची मामा के साथ हुई दुर्घटना के बारे में सुना, तब मैं ऑस्ट्रेलिया में था। मैंने अपना दौरा लगभग कैंसिल कर दिया था लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों और बीवी कश्मीरा से बातचीत करने के बाद मुझे इस बात की संतुष्टि हुई कि वो ठीक हो रहे हैं।'
कृष्णा ने आगे कहा- 'जैसे ही मैं भारत लौटा, मैं 7 साल में पहली बार मामा से मिलने उनके घर गया। ऐसा लगा मानो मैंने आधा वनवास पूरा कर लिया हो। वह ठीक हो रहे हैं। मैंने उनके साथ लगभग एक घंटा बिताया और सात साल बाद नम्मो (गोविंदा की बेटी टीना आहूजा) से मिला। ये इतना इमोशनल मोमेंट था। मैंने बस उन्हें गले लगाया। मुझे खुशी है कि अतीत का कोई जिक्र नहीं था।'
कृष्णा ने आगे कहा- 'हम हंसे, मजाक किया और पुराने दिनों को याद किया। बिल्कुल पहले जैसा ही महसूस हुआ। वे सभी साल जो मैंने मामा और मामी (सुनीता) के साथ उनके घर में बिताए थे मेरी आंखों के सामने घूम गए। मैंने मामा को बोला कि हॉल तो पूरा बदल गया है। अब सब इश्यूज रिसॉल्व हो गए हैं। सब गिले शिकवे दूर हो गए हैं।'
जब उनसे पूछा गया कि झगड़ा तो पहले भी सुलझाया जा सकता था तो उन्होंने जवाब दिया, 'बस पता नहीं क्यों इतना समय लगा। काफी चीजें हो रही थीं, जिसकी वजह से मिलना नहीं हो रहा था। हालांकि, मुझे खुशी है कि हमने आखिरकार मनमुटाव को भुला दिया और आगे बढ़ गए। अब तो जाता रहूंगा और मामी से भी मिल लूंगा। फिलहाल, मैं आरती (कृष्णा की बहन) के घर पर नम्मो से मिलने का इंतजार कर रहा हूं। ये प्लानिंग मेरी दोनों बहनों ने बनाई है।'
गौरतबल है कि पिछले कई साल में गोविंदा और कृष्णा के साथ-साथ उनके परिवारों के बीच अक्सर तनाव बढ़ता रहा है। गोविंदा ने खुलेआम अपने भतीजे के सेंस ऑफ ह्यूमर और उनके खर्चे पर बनाए गए चुटकुलों पर आपत्ति जताई। इसके अलावा उनकी बीवी से दुर्व्यवहार और अपमान का हवाला देते हुए कृष्णा और कश्मीरा से दूरी बना ली और उनसे दोबारा कभी बात न करने की कसम खाई। हालांकि इसी साल अप्रैल महीने में जब कृष्णा की बहन आरती की शादी हुई तब गोविंदा अपने बेटे यशवर्धन के साथ शादी में शामिल हुए थे।