B''Day Spl: बॉलीवुड को इंटरनेशनल लेवल पर पहुंचाने वाले संजय लीला भंसाली है सिनेमा के जादूगर

Monday, Feb 24, 2025-02:56 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल।  अगर कोई ऐसा फिल्ममेकर है जो सिनेमा को सिर्फ एंटरटेनमेंट नहीं, बल्कि एक भव्य और अनोखा तजुर्बा बनाता है, तो वो संजय लीला भंसाली हैं। उनकी फिल्मों में शानदार सेट, दमदार कहानियां, जबरदस्त म्यूजिक और लाजवाब एक्टिंग का ऐसा मेल होता है, जो उन्हें बाकी फिल्मों से बिल्कुल अलग बना देता है। भंसाली की फिल्मों में सिर्फ ग्रैंडनेस ही नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और विरासत की झलक भी मिलती है, जिसे वो अपनी कहानी के ज़रिए पूरी दुनिया तक पहुंचाते हैं। उनकी सोच और विज़न इतना बड़ा है कि उनका सिनेमा इंटरनेशनल लेवल पर भी भारत की पहचान बन गया है।

संजय लीला भंसाली का असर सिर्फ बॉलीवुड तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्होंने दुनियाभर में हिंदी सिनेमा की पहचान को नया रूप दिया है। जैसे गुरु दत्त और राज कपूर ने अपने दौर में इंडियन सिनेमा को इंटरनेशनल लेवल पर पहचान दिलाई थी, वैसे ही भंसाली ने भी हमारी कहानियों को ग्लोबल ऑडियंस तक पहुंचाया है। उनकी फिल्मों में भव्यता, दमदार कहानी और भारतीय संस्कृति की गहरी झलक होती है, लेकिन उनके इमोशंस और स्टोरीटेलिंग इतनी स्ट्रॉन्ग होती है कि दुनिया के किसी भी कोने में बैठे लोग उनसे जुड़ पाते हैं। उनकी सोच और फिल्में सिर्फ भारत में नहीं, बल्कि इंटरनेशनल सिनेमा में भी बॉलीवुड की एक अलग पहचान बना रही हैं।

संजय लीला भंसाली की फिल्मों में उनकी भव्य सोच साफ झलकती है, और उनके कई नेशनल अवॉर्ड्स इस बात का सबूत हैं कि उन्होंने भारतीय सिनेमा में कितना बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने अपनी ग्लोबल पहचान और मजबूत कर ली जब उन्होंने मिस वर्ल्ड 2024 के मंच पर अपना म्यूजिक लेबल "भंसाली म्यूजिक" लॉन्च किया। इसी इवेंट में उनकी पहली वेब सीरीज़ "हीरामंडी: द डायमंड बाज़ार" के गाने "सकल बन" को भी रिलीज़ किया गया। इस खास मौके पर दुनियाभर की टॉप 14 मिस वर्ल्ड कंटेस्टेंट्स मौजूद थीं। यह भंसाली के शानदार करियर में एक और बड़ा मुकाम था।

संजय लीला भंसाली की ये कामयाबियां बताती हैं कि सिनेमा को लेकर उनकी सोच कितनी बड़ी और अलग है। हर बार वो अपनी फिल्मों से कुछ ऐसा लाते हैं जो ना सिर्फ भव्य होता है, बल्कि कहानी और इमोशन्स में भी दमदार होता है। भंसाली ने हिंदी सिनेमा को ग्लोबल लेवल पर नई पहचान दी है। आज की जनरेशन में शायद ही कोई और ऐसा फिल्ममेकर होगा जिसने इंडियन सिनेमा में इतनी बड़ी छाप छोड़ी हो। वो सिर्फ बॉलीवुड के दायरे तक सिमटकर फिल्में नहीं बनाते, बल्कि ऐसी कहानियां रचते हैं जो दुनियाभर के लोगों से जुड़ती हैं, फिर भी पूरी तरह भारतीय महसूस होती हैं।


Content Editor

Jyotsna Rawat

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