ऑफ शोल्डर ब्लाउज औरमां-दादी के जेवर पहन खूब इठलाईं शोभिता धुलिपाला, बहन सामंथा ने शेयर की Bride To Be की Unseen तस्वीरें

Monday, Dec 02, 2024-01:29 PM (IST)

मुंबई: शोभिता धुलिपाला और नागा चैतन्य 4 दिसंबर, 2024 को शादी करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। शादी से पहले कपल की पनी पारंपरिक हल्दी और मंगल स्नानम सेरेमनी हुईं। इस सेरेमनी की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं थीं। वहीं अब शोभिता की बहन सामंथा ने भी हल्दी के फंक्शन से अनदेखी तस्वीरें शेयर की हैं। सामंथा ने जो तस्वीरें शेयर की हैं उनमें वे अपनी बहन की राता रस्म करती नजर आई।

PunjabKesari
हल्दी की रस्म के लिए शोभिता धुलिपाला ने पीले रंग की साड़ी पहनी थी, जिसके साथ उन्होंने ऑफ शोल्डर पैटर्न वाला ब्लाउज वेअर किया था। इस साड़ी को बहुत ही लाइटवेट रखा था जिसके लिए साउथ कॉटन का इस्तेमाल किया गया था।

PunjabKesari

उन्होंने इस दौरान भी सोने के गहनों के लिए अपना प्यार जाहिर किया था। उन्होंने नाक में छोटी सी नोजपिन पहनी थी, जिसके साथ कानों में झुमकों की एक जोड़ी को डाला हुआ था। वहीं उन्होंने गले में बेहद खूबसूरत सा सेट पहना था। फेस पर शोभिता ने मिनिमल मेकअप किया था, जिसके साथ लाल बिंदी भी लगाई थी।

PunjabKesari


रिपोर्ट के मुताबिक शोभिता के एक करीबी सूत्र ने कहा- 'उन्होंने अपनी मां और दादी के गहने पहनने का फैसला किया,जिससे फंक्शन और भी खास हो गया और उसके लिए इमोशनल हूं।'

PunjabKesari

मंगल स्नान की रस्म के बाद नागा चैतन्य और शोभिता धुलिपाला ने साथ फोटो क्लिक कराई थी, जिसके लिए एक्ट्रेस ने पिंक कलर की बेहद खूबसूरत सिल्क की साड़ी पहनी थी। इस साड़ी के साथ उन्होंने प्लेन स्लीव्स वाला ब्लाउज वेअर किया था, जिसके साथ उन्होंने जूलरी का सिलेक्शन काफी ज्यादा रॉयल रखा था। उन्होंने बूटीदार इस साड़ी के साथ गले में पतला सा सेट पहना था, जिसके साथ माथे पर बड़ा सा मांग टीका भी लगाया था। वहीं उनके हाथों में हरे रंग की चूड़ियां भी थीं।

PunjabKesari

राता सेरमनी की बात करें तो तेलुगु परंपराओं के मुताबिक ये दुल्हन की शादी से पहले की एक रस्म है। इसमें आम, जामुन और जम्मी के पेड़ों की पत्तियों के साथ एक बम्बू स्टिक लगाई जाती है इसके बाद पंच लोहा, नवरतन (नौ रत्न), और नवधान्य (नौ अनाज) जैसी पवित्र सामग्रियों से पूजा की जाती है। 

PunjabKesari

राता सेरमनी में एक पोटली को खंभे से बांधा जाता है और पंच तत्वों और सभी आठ दिशाओं के देवताओं से प्रार्थना की जाती है। माना जाता है कि ये रस्म शादीशुदा जिंदगी शुरू करने से पहले दुल्हन को शुद्ध करने और आशीर्वाद देने के लिए की जाती है।


Content Writer

Smita Sharma

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News