'छावा' वाले विवादित बयान पर ट्रोल होने के बाद स्वरा ने पेश की सफाई, कहा-अगर मेरे ट्वीट से किसी को ठेस पहुंची है तो खेद है

Friday, Feb 21, 2025-04:33 PM (IST)

मुंबई. एक्ट्रेस स्वरा भास्कर अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। हाल में उन्होंने छत्रपति संभाजी महाराज और दिल्ली भगदड़ त्रासदी के बारे में अपनी राय दी थी। एक्ट्रेस ने ट्वीट में छावा फिल्म के संदर्भ में कहा था कि एक ऐसा समाज, जो 500 साल पहले के हिंदुओं के यातनाओं से अधिक गुस्से में है, बजाय इस त्रासदी के, जो भगदड़ और कुप्रबंधन के कारण हुई मौतों से जुड़ी थी, वह समाज मानसिक और आत्मिक रूप से मृत है। स्वरा का यह ट्वीट इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो गया और उन्हें ट्रोल किया जाने लगा। वहीं, ट्रोलिंग के बाद अब एक्ट्रेस ने नए ट्वीट में सफाई पेश की है।


स्वरा भास्कर ने हाल ही में अपने नए ट्वीट में कहा कि उनका उद्देश्य किसी भी धार्मिक या ऐतिहासिक शख्सियत का अपमान नहीं था। स्वरा ने कहा, "मेरे ट्वीट ने बहुत बहस और गलतफहमियां पैदा की हैं। बिना किसी संदेह के मैं छत्रपति शिवाजी महाराज की बहादुर विरासत और योगदान का सम्मान करती हूं.. खासकर सामाजिक न्याय और महिलाओं के सम्मान के उनके विचारों का।" 

 

उन्होंने यह भी कहा कि वह इतिहास का महिमामंडन करने के पक्ष में हैं, लेकिन वर्तमान की गलतियों और विफलताओं को छिपाने के लिए अतीत के गौरव का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।

 

 

स्वरा ने आगे कहा, "ऐतिहासिक समझ का इस्तेमाल हमेशा लोगों को एकजुट करने के लिए किया जाना चाहिए, न कि मौजूदा मुद्दों से ध्यान हटाने और विभाजित करने के लिए। अगर मेरे पिछले ट्वीट ने किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है तो उसके लिए खेद है। किसी भी अन्य गौरवशाली भारतीय की तरह मुझे भी हमारे इतिहास पर गर्व है। हमारा इतिहास हमें एकजुट करना चाहिए और हमें बेहतर और अधिक समावेशी भविष्य के लिए लड़ने की ताकत देनी चाहिए।"

लेकिन, इंटरनेट पर उनका विवाद अभी भी थमा नहीं है। कई यूजर्स ने उनका विरोध जारी रखा। एक यूजर ने प्रतिक्रिया दी, "आईएसआईएस की दुल्हनें ऐसे ही काम करती हैं!! वे हर रोज हिंदू राजाओं और देवताओं का अपमान करती हैं, और जब यह उस स्तर पर पहुंच जाता है जब उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने की संभावना होती है, तो वे एक बेकार माफीनामा पेश करती हैं। कानून को अपना काम करने दें, लेकिन @CMOMaharashtra को इस बार इसे नहीं छोड़ना चाहिए।"

 

एक और यूजर ने लिखा, "बकवास करो, सॉरी बोलो फिर बकवास करो, फिर सॉरी बोलो, बस यही जिंदगी रह गई है।" एक अन्य व्यक्ति ने यह कहा, "आपने अभी भी स्वीकार नहीं किया है कि यातना काल्पनिक नहीं थी, यह वास्तविक थी और इससे भी बदतर थी।"

 

बता दें, स्वरा भास्कर ने अपने ट्वीट में लिखा था,'एक ऐसा समाज जो भगदड़ और व्यवस्था का अभाव झेल रहा है और भयानक मौतों के बाद लाशों को बुलडोजर से उठाए जाने का दृश्य देख रहा है। ऐसे में लोग फिक्शनल फिल्म में हिंदुओं के साथ 500 साल पहले हुई यातनाओं से ज्यादा क्रोधित है, ऐसी सोसाइटी दिमाग और आत्मा से मरी हुई है।


Content Writer

suman prajapati

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