वन नाइट स्टैंड के बाद प्रेग्नेंट हो गई थी ये एक्ट्रेस, गुपचुप कराया अबॉर्शन
Tuesday, Mar 04, 2025-03:58 PM (IST)

बाॅलीवुड तड़का : बॉलीवुड एक्ट्रेस कुब्रा सेत अपनी बेबाकी के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने अपनी किताब ‘ओपन बुक’ में कई पर्सनल बातों का खुलासा किया है। इस किताब में एक चैप्टर के जरिए उन्होंने बताया था कि साल 2013 में एक वन नाइट स्टैंड के बाद वह प्रेग्नेंट हो गई थीं, जिसके बाद उन्होंने चुपचाप अबॉर्शन करा लिया। अब एक बार फिर उन्होंने इस मुद्दे पर खुलकर बात की और बताया कि उस वक्त वह बहुत कमजोर महसूस कर रही थीं।
अबॉर्शन के समय कमजोर थीं कुब्रा
एक इंटरव्यू में कुब्रा सेत ने बताया कि जब उन्होंने अबॉर्शन कराया, तब वह मानसिक रूप से काफी कमजोर थीं। उन्होंने कहा, 'मैं उस वक्त इतनी मजबूत नहीं थी। मैं बहुत कमजोर थी और मुझे लग रहा था कि मैं इस लायक ही नहीं हूं।' लेकिन बाद में उन्होंने महसूस किया कि उन्होंने अपने लिए सही फैसला लिया और समाज के स्टीरियोटाइप को तोड़ा।
बिना किसी को बताए खुद कराया अबॉर्शन
कुब्रा ने खुलासा किया कि उन्होंने अपनी प्रेग्नेंसी और अबॉर्शन की बात किसी को नहीं बताई थी।उन्होंने कहा, 'मैंने खुद जाकर अबॉर्शन कराया और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगने दी।' दो से तीन हफ्ते तक वह इस बारे में सोचती रहीं, फिर एक दिन कॉफी शॉप में अपनी दोस्त से बात करते हुए वह रो पड़ीं, क्योंकि तब एहसास हुआ कि उन्होंने किसी से अपनी तकलीफ शेयर ही नहीं की थी।
अबॉर्शन के 5-6 साल बाद होने लगी दिक्कतें
कुब्रा सेत ने बताया कि अबॉर्शन के कई साल बाद उन्हें हेल्थ प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, '5-6 साल बाद जब मैं एक ट्रैवल शो के लिए शूट कर रही थी, तब मुझे बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होने लगी।' गर्मी ज्यादा लग रही थी, तबीयत खराब रहती थी और बहुत चिड़चिड़ापन हो गया था। उन्होंने यह बात किसी से शेयर नहीं की, यहां तक कि अपने डायरेक्टर को भी नहीं बताया।
अब मुझे किसी की परवाह नहीं
जब कुब्रा ने अपनी किताब लिखी, तो उन्होंने अपने अनुभव को खुलकर सामने रखा। उन्होंने कहा, 'अब मुझे किसी की परवाह नहीं है, क्योंकि मैंने यह किताब दूसरों के लिए नहीं बल्कि खुद के लिए लिखी है।' उन्होंने आगे कहा, 'अगर मैं खुद के फैसलों के लिए दयालु नहीं हो सकती, तो फिर क्या फायदा?'
कुब्रा सेत की यह कहानी उन महिलाओं के लिए एक उदाहरण है जो किसी न किसी कारणवश अपनी तकलीफ को अंदर ही अंदर छुपाकर रखती हैं। उन्होंने अपनी सच्चाई को स्वीकार करके खुद को मजबूत बनाया।