एक्टर Mammootty ने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न पर तोड़ी चुप्पी, कहा- सिनेमा में कोई ‘पावर सेंटर’ नहीं
Monday, Sep 02, 2024-03:11 PM (IST)
मुंबई: मलयालम फिल्म इंडस्ट्री इस समय एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। हेमा कमेटी की रिपोर्ट के बाद कई एक्ट्रेसेस ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के अनुभव साझा किए हैं, जिससे इंडस्ट्री में हलचल मच गई है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद कई प्रमुख एक्टर्स पर गंभीर आरोप लगे हैं, और अब इस पर मंझे हुए अभिनेता ममूटी ने भी अपनी चुप्पी तोड़ी है।
हाल ही में मलयालम सुपरस्टार ममूटी ने फेसबुक पर अपनी राय व्यक्त करते हुए हेमा कमेटी की रिपोर्ट का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि वह पहले एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के प्रमुख नेताओं और एक्टर्स के रिएक्शन का इंतजार कर रहे थे, इसके बाद ही उन्होंने इस मुद्दे पर टिप्पणी की। इस बीच उन्होंने इंडस्ट्री में सुधार के लिए एकजुट होने की अपील की है।
एक्टर ममूटी ने कहा, "फिल्म निर्माताओं को किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सतर्क रहना चाहिए। हेमा कमेटी का गठन इस उद्देश्य से किया गया था कि वह फिल्म इंडस्ट्री की स्थिति को समझे, रिपोर्ट तैयार करे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे। मैं पूरी तरह से रिपोर्ट में सुझाए गए उपायों का समर्थन करता हूँ और इंडस्ट्री के सभी एसोसिएशनों से अनुरोध करता हूँ कि वे उन्हें लागू करने के लिए एकजुट हों।" उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पुलिस को अपनी जांच करने दिया जाए और अदालत को सजा तय करने का अधिकार दिया जाए। फिल्म इंडस्ट्री में कोई 'पावर सेंटर' नहीं है
उनका यह बयान मोहनलाल द्वारा रिपोर्ट पर की गई टिप्पणी के ठीक एक दिन बाद आया है। मोहनलाल ने भी रिपोर्ट का स्वागत किया था और इंडस्ट्री को नुकसान पहुँचाने के खिलाफ चेतावनी दी थी। आगे उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि पिछले दो कार्यकालों में वह एएमएमए के अध्यक्ष रहे हैं और इस समय पूरी मलयालम सिनेमा को हेमा कमेटी की रिपोर्ट के प्रति जवाबदेह ठहराया जा रहा है। उन्होंने अंत में कहा कि "यह एक मेहनती इंडस्ट्री है और इसमें शामिल सभी लोग दोषी नहीं हो सकते। जो जिम्मेदार हैं, उन्हें दंडित किया जाएगा। उनके इस बयान ने साफ कर दिया है कि वे इंडस्ट्री के सुधार के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं