छठ पूजा हमारे रोम-रोम में बसी..घाट पर सूर्य को अर्घ्य देने पहुंची अक्षर सिंह, कहा-पता नहीं चला कैसे तीन दिन बीत गए
Monday, Oct 27, 2025-06:20 PM (IST)
मुंबई. आज पूरे देश भर में धूमधाम से छठ पर्व का त्योहार मनाया जा रहा है। खासकर, बिहार में इस पर्व की खूब धूम देखने को मिल रही है। आम लोगों के साथ-साथ कई भोजपुरी एक्ट्रेसेस भी पूरी श्रद्धा के साथ यह पर्व मना रही हैं। फेमस एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने भी छठ व्रत किया है। हाल ही घाट पर पूजा करने पहुंची एक्ट्रेस ने इस व्रत को लेकर अपने विचार मीडिया के साथ शेयर किए।
#WATCH | Bihar: Bhojpuri actress Akshara Singh joins others in singing Chhath songs at Digha Ghat in Patna, as they all come here to offer 'Arghya' to the setting sun on the third day of #ChhathPuja pic.twitter.com/lfQkhALhlQ
— ANI (@ANI) October 27, 2025
दरअसल, अक्षरा सिंह पटना के दीघा घाट पर सूर्य को अर्घ्य देने पहुंचीं। इस दौरान वह लाल साड़ी में अन्य व्रतियों के सात ट्रेडिशनल लुक में दिखी और छठी मैय्या की भक्ति में रमी दिखी। इतना ही नहीं, एक्ट्रेस ने व्रतियों के साथ घाट पर छठ मैय्या के गीत भी गाए।
#WATCH | Patna, Bihar: Bhojpuri actress Akshara Singh says, "I am not tired at all. These three days just flew by. Today is the first 'arghya', and Chhath Puja is in the heart and soul of every Bihari. We have all grown up listening to and singing to the Chhath songs... I want to… https://t.co/xGIK8aw1DT pic.twitter.com/VhsHzuiYwd
— ANI (@ANI) October 27, 2025
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में अक्षरा सिंह ने छठ के त्योहार के महत्व को लेकर कहा, 'तीन दिन कैसे निकल गए पता नहीं चला। बिल्कुल भी थकान नहीं हुई। आज पहला अर्घ्य है। हमारे बिहार में इस पर्व की तो मान्यता है ही, लेकिन हम सबके रोम-रोम में छठ पूजा बसती है। बचपन से इसे देखते हुए बड़े हुए हैं हम। छठ पूजा को बिहारियों का इमोशन कहा जाता है। छठ व्रत मेरा सफल होते नजर आ रहा है। समस्त भारत वर्ष के लिए कामना करना चाहती हूं। हर किसी के जीवन में बहुत सारी खुशियां और उन्नति आए'।
घाट पर व्यवस्थाओं को लेकर अक्षरा सिंह ने कहा कि बहुत अच्छी व्यवस्था है। बिहार में छठ पूजा पर यूं भी सब एक-दूसरे को बहुत सहयोग करते हैं। प्रशासन की तरफ से इस बार बहुत अच्छी व्यस्था है। एक कमी आप नहीं निकाल पाएंगे'।
