''राक्षस को बीच चौराहे पर सजा मिलनी चाहिए..कोलकाता रेप केस पर खौला अनुपम खेर का खून, कहा-आवाज उठाना बहुत जरूरी
Saturday, Aug 17, 2024-10:01 AM (IST)
बॉलीवुड तड़का टीम. कोलकाता में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या पर पूरे देश का गुस्सा फूटा हुआ है। लोग सड़कों पर उतरकर उसके न्याय और आरोपी को सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं। वहीं, बॉलीवुड सेलेब्स भी लगातार इस भयावह घटना पर अपना रोष प्रकटा रहे हैं। इसी बीच दिग्गज एक्टर अनुपम खेर ने एक लंबा वीडियो शेयर कर इस मामले पर अपना गुस्सा जाहिर किया और बताया कि वो बीते दिनों से कोशिश कर रहे थे कि इस मुद्दे पर मुखर हो कर बोलें और आवाज उठाए, लेकिन उनके पास शब्दों की कमी थी।
अनुपम खेर ने अपने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर कर कैप्शन में लिखा, 'आवाज उठाइये!! हर हालत में आवाज उठाइये! कोलकाता की डॉक्टर बच्ची के साथ जो घिनौना, रूह को हिला देने वाला और मानवता को सदा के लिए शर्मिंदा करने वाला अपराध हुआ है। उसके खिलाफ आवाज उठाइये।'
वीडियो में अनुपम खेर कहते दिख रहे हैं, 'जब से कोलकाता में उस रेजिडेंट डॉक्टर के साथ मानवता को हिला देने वाला जघन्य अपराध हुआ है, इसके बारे में सोचकर, सुनकर रूह कांप जाती है, तब से सोच रहा हूं कि क्या बोलूं। रोज सुबह उठता हूं और कुछ न कुछ बोलने की कोशिश करता हूं, लेकिन शब्द कम पड़ जाते हैं। इतनी तकलीफ, इतना गुस्सा, इतना रोश, इतना मानवता का गिरा हुआ कार्य, मानवता को शर्मिंदा करने वाला जघन्य खतरनाक अपराध, अभी भी शब्द नहीं मिल रहे हैं पर सोचा कुछ तो बोलूं, कुछ तो लोगों तक पहुंचाऊं। डीटेल्स सुनी हैं मैंने उस रात की जो उसके साथ हुआ। मां-बाप की एकलौती बच्ची, पढ़ा-लिखाकर मध्यमवर्गी परिवार से जैसे तैसे डॉक्टर बनाया और उन राक्षसों ने...रक्षसों से भी बढ़कर हैं वो जो उन्होंने उसके साथ किया...।
वीडियो में अनुपम खेर आगे कहते हैं, 'निर्भया के वक्त हुआ था, हम देखते हैं कि कितने गंदे तरीके से बलात्कार हो सकता है, इतने घिनौने तरीके से हत्या हो सकती है और तब सभी की कॉनशियंस जागती है, लेकिन ऐसा होना नहीं चाहिए किसी भी महिला के साथ उसके खुद के कार्यक्षेत्र में उसके साथ ऐसा हुआ है, इसकी सजा बहुत कड़ी होनी चाहिए और बीच चौराहे पर इतनी खतरनाक होनी चाहिए... जब हम इस कार्यप्रणाली से गुजरेंगे, लोग बैठेंगे, फिर इस पर चर्चा होगी, फिर उन्हें 10-20 साल लगेंगे। उन्हें आज ही इसके पीछे जितने भी अपराधी हैं, राक्षस हैं उन्हें सजा बीच चौराहे पर मिलनी चाहिए और इसकी सजा सिर्फ सजा-ए-मौत है और कोई सजा नहीं है।'
अनुपम खेर यहीं नहीं रुके, उन्होंने लोगों से अपील करते हुए आगे कहा, 'हम तो आगे अपनी जिंदगी बढ़ा लेंगे, हमें कोई और मुद्दा मिल जाएगा आवाज उठाने के लिए, हम मुद्दे ढूड़ते हैं और वो सही भी है, सामूहिक आक्रोश दिखाना जरूरी है, लेकिन उस मां-बाप का क्या होगा जिन्होंने सोचा होगा कि पढ़ा लिया हमने अब वो डॉक्टर बन गई है....एक जो सपना होता है वो पूरा हो गया है। मां-बाप को रात के 11 बजे फोन करके बोली कि तुम परेशान न हो सो जाओ। उनका आगे का जीवन क्या होगा। इसलिए हर नागरिक का कर्तव्य है, चाहे आपकी बेटी है, चाहे आपकी बहन है, चाहे आपकी पत्नी है, चाहे आपके घर कोई महिला है या नहीं भी है तो बच्चों से लेकर बूढ़ों तक किसी भी कार्यक्षेत्र में आप काम करते हैं तो आपको आवाज उठानी चाहिए। रूह कांप जाती है...मैं सोचता हूं कि अपनी किसी दुनिया में रहूं जहां सब अच्छा है, लेकिन कैसे आत्मा कचोटती है, मेरी आत्मा कचोट रही है, आपकी भी आत्मा कचोट रही होगी, लेकिन आवाज उठाना बहुत जरूरी है दोस्तों आवाज उठाइए।