जावेद अख्तर का बड़ा बयान- भारत और पाकिस्तान के बीच सांस्कृतिक संबंध हमेशा से ''एकतरफा'' रहे हैं
Wednesday, Apr 30, 2025-11:34 AM (IST)

बाॅलीवुड तड़का : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस हमले के बाद देशभर में गुस्सा देखा जा रहा है और इसके साथ ही एक बार फिर ये सवाल उठने लगा है कि क्या ऐसे माहौल में पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में काम करने दिया जाना चाहिए?
जावेद अख्तर ने क्या कहा?
इस मुद्दे पर प्रसिद्ध गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने अपनी बेबाक राय रखी है। एक समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सांस्कृतिक संबंध हमेशा से 'एकतरफा' रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हमने पाकिस्तानी कलाकारों को खुलकर मौका दिया, उन्हें प्यार दिया, लेकिन पाकिस्तान ने भारतीय कलाकारों के साथ वैसा बर्ताव नहीं किया।' उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि महान गायिका लता मंगेशकर को पाकिस्तान में काफी पसंद किया जाता था, लेकिन उन्हें वहां कभी परफॉर्म करने का मौका नहीं मिला।
लता मंगेशकर का जिक्र करते हुए जताई नाराजगी
जावेद अख्तर ने कहा, 'लता जी के लिए पाकिस्तान के मशहूर शायरों ने गीत लिखे। वहां के लोग उन्हें बहुत पसंद करते थे, लेकिन फिर भी उन्होंने वहां कभी मंच साझा नहीं किया। इसका कारण समझ नहीं आता। वहां का सिस्टम ही कुछ ऐसा है। ये रिश्ता पूरी तरह से एकतरफा है।'
VIDEO | When asked about whether Pakistani artists should be allowed in India, lyricist Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) says, "The first question should be whether we should allow the Pakistani artists here. There are two answers, both of them are equally logical. It has been a… pic.twitter.com/ox9b3CfbLy
— Press Trust of India (@PTI_News) April 29, 2025
फवाद खान की फिल्म 'अबीर गुलाल' भारत में बैन
इस चर्चा के बीच पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान की नई फिल्म 'अबीर गुलाल' को भारत में रिलीज की अनुमति नहीं दी गई है। वाणी कपूर के साथ बनी यह फिल्म 9 मई को रिलीज होने वाली थी, लेकिन हालात को देखते हुए इसे भारत में रिलीज से रोक दिया गया है।
जावेद अख्तर ने दी संतुलित राय
जावेद अख्तर ने यह भी कहा कि अगर भारत पाकिस्तानी कलाकारों को बैन करता है, तो इसका फायदा पाकिस्तान के कट्टरपंथी सोच वाले लोगों को होगा, क्योंकि वे भारत और पाकिस्तान के बीच दूरी ही चाहते हैं। उन्होंने सवाल उठाया, 'क्या हम उन लोगों को खुश करने के लिए ये सब कर रहे हैं?' हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि वर्तमान हालात को देखते हुए पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में काम करने की अनुमति देना फिलहाल ठीक नहीं है। जब तक दोनों देशों के बीच बराबरी के आधार पर सांस्कृतिक आदान-प्रदान नहीं होता, तब तक यह रिश्ता एकतरफा ही कहलाएगा और ऐसा रिश्ता मजबूत नहीं हो सकता।
लोगों की प्रतिक्रिया
जावेद अख्तर के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। कुछ लोग उनके विचारों से पूरी तरह सहमत हैं, तो कुछ का कहना है कि यह समय ऐसे मुद्दों पर बात करने का नहीं है। बता दें कि भारत ने पहले भी गुलाम अली, नुसरत फतेह अली खान, और फैयाज़ अहमद फैज़ जैसे पाकिस्तानी कलाकारों का बड़े सम्मान से स्वागत किया है, लेकिन भारतीय कलाकारों को पाकिस्तान में वैसा मंच और सम्मान नहीं मिला।