युवा प्यार की अधूरी कहानी है ''इंदौरी इश्क'', इस दिन से MX PLAYER पर होगी स्ट्रीम
Saturday, May 29, 2021-05:43 PM (IST)

नई दिल्ली। समित कक्कड़ द्वारा निर्देशित एमएक्स ओरिजिनल सीरीज 'इंदौरी इश्क' में रित्विक साहोर और वेदिका भंडारी मुख्य भूमिकाओं में हैं।इसके सारे एपिसोड 10 जून, 2021 से फ्री में स्ट्रीम होंगे। हर प्रेम कहानी में एक हीरो और एक हीरोइन होते हैं, जिन्हें एक सुखद अंत की उम्मीद होती है। क्योंकि, ऐसा कहा जाता है कि प्यार में सबकुछ अच्छा होने के साथ-साथ यह खट्टा और मीठा होता है....लेकिन यह बात तभी तक होती है जब तक कि छोटे शहर के रहने वाले प्रेमी को यह पता नहीं चल जाता कि उसकी प्रेमिका ने उसे धोखा दिया है। और यहीं परियों जैसी इस कहानी पर विराम लग जाता है।
एमएक्स ओरिजिनल सीरीज ‘इंदौरी इश्क’ हमें आज के जमाने के आशिक के अधूरे प्यार के सफर पर लेकर जायेगी। इस सीरीज को समित कक्कड़ ने निर्देशित किया है। 9 एपिसोड में बने इस ड्रामा में रित्विक साहोर और वेदिका भंडारी ने मुख्य भूमिकाएं निभायी हैं। इसके सारे एपिसोड फ्री में 10 जून 2021 से स्ट्रीम होंगे।
अलग हटके टि्वस्ट वाली इस कहानी में लड़के को प्यार में पीड़ित दिखाया गया है। साथ ही इस सीरीज में दिखाया गया है कि एक रिश्ते में लड़के और लड़की के लिये वादा और वफादारी के नियम अलग-अलग होते हैं। स्कूल डेज खत्म होने के बाद, कुणाल (रित्विक साहोर अभिनीत) अपना शहर इंदौर छोड़कर मुंबई आ जाता है। वह खुद को बड़ा ही खुशकिस्मत मानता है कि वह अपने स्कूल के दिनों का प्यार (वेदिका भंडारी अभिनीत) के साथ ही रिश्ते में है। उसे सबसे टॉप नॉवेल कॉलेज में सीट भी मिल जाती है और उसके पेरेंट्स को उस पर काफी गर्व होता है। वैसे कुणाल की दुनिया में उस समय भूचाल आ जाता है जब तारा किसी और लड़के के लिये उसे छोड़ देती है। वह गम, मायूसी और दीवानगी की दुनिया में डूब जाता है।
इस बारे में रित्विक साहोर कहते हैं, ‘’यदि आप देखेंगे तो लड़के और लड़कियों के लिये प्यार के नियम अलग होते हैं। मेरा किरदार कुणाल इस बात से पूरी तरह बौखला जाता है कि तारा के पीछे उसने अपनी जिंदगी तबाह कर ली, जोकि उसके लिये बेवफा निकली। लेकिन क्या पासा पलटेगा- क्या दुनिया उसे एक लड़की की जिंदगी खराब करने के लिये कोसेगी। मेरा मानना है कि किसी भी रिश्ते में दो लोंगों की बराबर की जिम्मेदारी होती है। अब आपको इस रिश्ते में सफलता मिलती है या नाकामयाबी, उसका दोष और जिम्मेदारी दोनों में बराबर बंटना चाहिये। इसमें मुख्य रूप से एक मासूम युवा प्रेम की कहानी दिखायी गयी है और यह बताया गया है कि उसे तो एक दिन टूटना ही था।' इस दिलचस्प कहानी में आशय कुलकर्णी, मीरा जोशी, तिथि राज, डोना मुंशी और धीर हीरा ने भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभायी हैं।