''सच बोलने के लिए सजा नहीं देनी चाहिए'' सौतेली मां रुपाली गांगुली के 50 करोड़ मानहानि के केस पर बोलीं ईशा वर्मा
Wednesday, Nov 27, 2024-04:29 PM (IST)
मुंबई: टीआरपी में टॉप रहने वाला शो 'अनुपमा' की लीड एक्ट्रेस रुपाली गांगुली इस समय पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में है। रुपाली गांगुली और उनकी सौतेली बेटी ईशा वर्मा के बीच पिछले कुछ समय से शुरू हुआ विवाद अब तक थमने का नाम नहीं ले रहा।
ईशा ने रुपाली पर कई तरह के आरोप लगाए थे जिसके बाद एक्ट्रेस ने उन पर 50 करोड़ की मानहानि की थी। वहीं कुछ दिन शांत रहने के बाद ईशा ने इंस्टाग्राम स्टोरीज़ पर रुपाली की ओर से 50 करोड़ के मानहानि नोटिस पर रिएक्शन दिया है। इस पोस्ट में एक लाइन ईशा ने लिखा है- एक बच्चे को सच बोलने के लिए सजा नहीं दी जानी चाहिए।
ईशा ने लिखा-'इस निर्णय ने सोशल मीडिया और लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। बोलना मेरे लिए अब तक का सबसे कठिन काम था लेकिन यह मेरे जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ भी बन गया। इसने मेरी वर्षों की चुप्पी तोड़ी। मैं पहले बात को लेकर परेशान थी कि इसका न केवल मुझ पर, बल्कि मेरे दोस्तों और प्रियजनों पर भी प्रभाव पड़ेगा।'
'24 सालों से मुझे लगा कि मैं ऐसी सच्चाई में फंस चुकी हूं जहां से मैं बचकर नहीं निकल सकती।मेरी मंशा किसी को भी ठेस पहुंचाना नहीं था मगर उस अनुभव पर रौशनी डालना थी जिसने मुझे बनाया।अमेरिकी नागरिक होने के नाते मैंने ईमानदारी से अपनी बात कही, अपना अधिकार रखा और उसका इस्तेमाल भी किया है।'
ईशा ने रूपाली के जवाब के बारे में लिखा- 'एक महत्वपूर्ण बात जो मैं बताना चाहूंगी कि किसी भी बच्चे को सच बोलने के लिए सजा नहीं देनी चाहिए। मैं एक जवान लड़की भले ही हूं लेकिन मैं अभी भी अपने पिता की संतान हूं। उनका मेरी बातों पर जवाब काफी परेशान करने वाला और क्रूर था और ये उनके असली चेहरे को दर्शाता है।'
ईशा ने आगे बताया- 'मेरा बॉलीवुड से या इंडियन एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से प्रोफेशनली कोई लेना देना नहीं है। ना ही मैंने कभी इंडिया में किसी ऑडिशन या प्रोफेशनल फोटोशूट में पार्ट लिया है। 2017 में मुंबई में एक फोटोशूट में मेरी मौजूदगी के बारे में किसी एक इंसान द्वारा कमेंट किया गया था।'
ईशा ने इस पूरे मामले पर अपनी आखिरी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा- 'मेरे पिछले बयान के बाद जो मेरे निजी अनुभवों के बारे में बताता है, मैंने अपने बयान को 48 घंटों के भीतर हटाने या कुछ सोशल मीडिया अकाउंट को डीएक्टिवेट करने का सोचा। ये सिर्फ इसलिए नहीं की मैं डर गई थी लेकिन क्योंकि मुझे लगा मैंने वो सब कहा जो मुझे कहना था और मुझे अपनी जीवन की शांति को बचाना था और अपने अतीत पर ध्यान देना था।'