थिएटर लीजेंड एब्राहिम अलकाज़ी का 94 की उम्र में निधन, पीएम नरेंद्र मोदी ने जताया दुख

Wednesday, Aug 05, 2020-01:26 PM (IST)

मुंबई. भारतीय आधुनिक थिएटर के पिता कहे जाने वाले एब्राहिम अल्काज़ी का 94 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्हें हार्ट अटैक के बाद दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उन्होंने आख़िरी सांस ली। अल्काज़ी को भारतीय थिएटर में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का श्रेय दिया जाता है। अल्काज़ी के निधन से कला और थिएटर जगत में शोक की लहर छा गयी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताया है। PunjabKesari
 कॉमर्शियल सिनेमा के इस दौर में अगर थिएटर फल-फूल रहा है और थिएटर आर्टिस्ट इंडस्ट्री में सम्मान के साथ काम कर रहे हैं तो इसमें बहुत बड़ा हाथ एब्राहिम अल्काजी का भी था।
उनके निधन पर नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा- श्री एब्राहिम अल्काजी को देशभर में थिएटर को प्रचिलित कराने के लिए जाना जाएगा। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में रंगमंच की दुनिया का एक बड़ा नाम रहे हैं। उनके निधन से बहुत दुखी हूं। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदनाएं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। 

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वे साल 1962 से 1977 के बीच नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के डायरेक्टर थे। इस दौरान उन्होंने थिएटर को भारत में नई दिशा दी। नया रंग रूप दिया।
रिपोर्ट्स की माने तो दिल का दौरा पड़ने से एब्राहिम अल्काजी जी का 94 साल की उम्र में निधन हुआ। उनके निधन पर सभी दुखी हैं और कला कि इस महान शख्सियत को मिस कर रहे हैं।PunjabKesari
बता दें कि एब्राहम अल्काजी का जन्म 18 अक्टूबर, 1925 को महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था। उनके पिता साउदी अरब के एक बड़े व्यापारी थे। उन्हें नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में किए गए उनके सराहनीय प्रयासों की वजह से याद किया जाता है। भारत में थिएटर को बढ़ावा देने के लिए जो चुनिंदा लोग शुरुआती दौर में सक्रिय रहे उनमें से एक थे एब्राहिम अल्काजी। जिन्होंने मनोहर सिंह, गिरीश कर्नाड, उत्पल दत्त और ओम शिवपुरी जैसे कलाकारों के साथ मिलक देश की राजधानी दिल्ली में रंगमंच को नई पहचान दिलाई।PunjabKesari
उनके मार्गदर्शन में ही नसीरुद्दीन शाह, शबाना आजमी, ओम पुरी और अनुपम खेर जैसे स्टार्स ने बॉलीवुड इंडस्ट्री में खूब नाम कमाया और थिएटर की दुनिया में अपना अपना मुकाम बनाया। थिएटर की दुनिया में अल्काजी साहब के काम को कभी नहीं भुलाया जा सकता।


Smita Sharma

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