Zubeen Garg Death Case: SIT ने कोर्ट में दाखिल की 3500 पन्नों की चार्जशीट, अब खुलेगा सिंगर की मौत का राज
Friday, Dec 12, 2025-03:26 PM (IST)
मुंबई. असम के दिग्गज गायक और संगीतकार जुबीन गर्ग की मौत को लेकर चल रही जांच में बड़ा मोड़ आया है। 19 सितंबर 2025 को सिंगापुर में सिंगर का निधन हो गया था। शुरुआत में कहा गया था कि उनकी मौत स्कूबा डाइविंग के दौरान एक दुर्घटना में हुई। लेकिन बाद में कई सवाल उठे, विरोध हुआ और परिवार व फैंस ने निष्पक्ष जांच की मांग की। बढ़ते विवाद के कारण केस को विशेष जांच दल (SIT) को सौंप दिया गया।
अब इस हाई-प्रोफाइल केस में SIT ने गुवाहाटी के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) कोर्ट में लगभग 3500 पेज की विस्तृत चार्जशीट पेश कर दी है। यह चार्जशीट एक चार लॉक वाले सुरक्षा बॉक्स में जमा कराई गई, जिसमें चार्जशीट और हलफनामे, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य, जब्त किए गए CPU, लैपटॉप, मोबाइल फोन और कई अन्य अहम सामग्री शामिल है।

SIT अधिकारियों के अनुसार, यह दस्तावेज़ यह साफ करने में अहम भूमिका निभाएगा कि जुबीन की मौत वास्तव में एक दुर्घटना थी या फिर इसके पीछे कोई सुनियोजित साजिश।
300 से ज्यादा गवाहों से पूछताछ
जांच टीम ने अब तक 300 से अधिक लोगों से पूछताछ की। कई देशों से डाटा और डिजिटल रिकॉर्ड मंगवाए। घटनास्थल की परिस्थितियों का पुनर्निर्माण किया। मेडिकल और फॉरेंसिक रिपोर्टों का विश्लेषण कराया।
जांचकर्ताओं की मेहनत के बाद तैयार दस्तावेज अब कोर्ट के सामने है, जहां से आगे की कार्रवाई तय होगी।

7 आरोपियों की गिरफ्तारी
मामला गहराने के बाद पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया, जिन पर हत्या, लापरवाही और साजिश रचने जैसे गंभीर आरोप हैं। ये सभी न्यायिक हिरासत में हैं। गिरफ्तार आरोपियों में मैनेजर-सिद्धार्थ शर्मा, इवेंट आयोजक- श्यामकानू महंता, कजिन- संदीपन गर्ग, बैंड सदस्य- शेखर ज्योति गोस्वामी, को-सिंगर- अमृतप्रभा महंता, पीएसओ- नंदेश्वर बोरा और पीएसओ- प्रवीण बैश्या शामिल हैं।
चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि इन सभी की भूमिका इस घटना को अंजाम देने या इसमें मदद करने में संदिग्ध पाई गई है।
असम में जुबीन की मौत पर गहरा दुख, न्याय की उम्मीदें मजबूत
जुबीन गर्ग सिर्फ एक कलाकार नहीं थे, बल्कि असम की सांस्कृतिक पहचान का एक बड़ा चेहरा थे। उनके 53वें जन्मदिन पर पूरा राज्य भावुक हो उठा था। फैंस और परिवार लगातार मांग कर रहे थे कि जांच प्रक्रिया तेज की जाए। लगातार बढ़ते दबाव के चलते ही इस केस को SIT को दिया गया था। अब कोर्ट में केस पहुंचने के बाद लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जुबीन की मौत का सच आखिरकार सामने आएगा।
